छोटीखाटू राजकीय चिकित्सालय का निर्माण दानदाता भामाशाह भंवरलाल नवल प्रवासी अमेरिका ने करवाकर सरकार को सुपुर्द कर दिया था । लेकिन प्रशासन की लापरवाही व बिना देखरेख के बरसात के मौसम में पूरी बिल्डिग की छत से पानी टपकता है । काफी कमरों में दरारे तक आ गई अगर प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो कभी बड़ा हादसा हो सकता है।
सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद रिक्त
शहरी क्षेत्र के इस चिकित्सालय में वर्तमान में सभी विशेषज्ञ के पद रिक्त है ,ऐसे में मरीज निजी चिकित्सालयों की शरण ले रहे हैं। वर्तमान में आठ चिकित्सक कार्यरत है , जिसमे से चार चिकित्सक नवनियुक्त पर है सभी चिकित्सक जूनियर श्रेणी के है, ऐसे में सीनियर चिकित्सको की कमी है ।
करीबन नौ वर्ष पहले चिकत्सक राजेश शर्मा ने अंतिम ऑपरेशन थियटर में किया था । पिछले 9 वर्ष से ऑपरेशन थियटर बंद है ऐसे में शहरी क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को डीडवाना , नागौर , कुचामन , जयपुर , जोधपुर जाकर ऑपरेशन करवाना पड़ता है ।
इस चिकित्सालय में सात वर्ष से दंत चिकित्सक के कैमरे पर ताला लटका है । लम्बे समय से रिक्त पद के कारण लोगो को नीजि उपचार केंद्र की शरण लेनी पडऱही है । छोटीखाटू सरपंच रणवीर सिंह ने चिकित्सालय की विभिन्न समस्याओं को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है । चिकित्सालय भवन की मरम्मत करवाना जरूरी है साथ ही क्षेत्र का सबसे बड़े इस चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है ।