कुचेरा. मंगलवार रात्रि में ठण्डी हवा चलने से बुधवार सुबह क्षेत्र में हल्का कोहरा छाया रहा। तापमान में गिरावट के कारण क्षेत्र में ठिठुर्रन बढ़ गई। सर्दी की दस्तक के साथ ही लोगों को कम्बल- रजाई की याद आ गई। बुधवार को लोग पूरे दिन ऊनी कपड़ों में लिपटे रहे। शाम को सर्दी से बचाव के लिए अलाव का सहारा लिया।
गोटन. कस्बे में बुधवार को सुबह से ही आकाश मेंं बादल छाये रहने से ठिठूरन बढ़ गई। चटक धूप नहीं मिलने से लोगों की धूजणी छूट गई। सर्दी से बचाव के लिए लोगों ने दिनभर गर्म व्यंजनों का सेवन किया। सर्दी के चलते बुजुर्गो, व बच्चों को खासी परेशानी का समाना करना पड़ा।
फसलों को मिली ताकत
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार दो दिन पहले हल्की बूंदाबांदी होना फसलों के लिए बेहद फायदेमंद है। इससे जिले में गेहूं, जौ, चना, सरसों, तारामीरा, अलसी, जीरा, ईसबगोल, मैथी, पानमैथी, सौंफ आदि रबी फसलों को इसका फायदा मिलेगा। मौसम चक्र ज्यादा नहीं बिगड़ा तो निश्चित रूप से फसल उत्पादन काफी बेहतर होगा।
इनका कहना है…
कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी हुई है। इससे बढ़ती सर्दी में फसलों को बेहतर ग्रोथ मिलेगी और बीमारियां भी नहीं लगेंगी।
हरजीराम चौधरी, उपनिदेशक कृषि विस्तार नागौर