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परिसीमन के बाद बदल गई कई ग्राम पंचायतों की तस्वीर, जिले की 86 ग्राम पंचायतों के गांव बदले

locationनागौरPublished: Nov 18, 2019 12:02:44 pm

Submitted by:

shyam choudhary

The picture of many gram panchayats changed after delimitation, सरपंच की तैयारी कर रहे ‘नेताजी’ को नए मतदाताओं से बनानी होगी जान-पहचान, जिला प्रशासन ने आपत्तियों पर नहीं दिया ज्यादा ध्यान, लगातार दूसरे परिसीमन के बाद भी कई गांवों को होना पड़ेगा परेशान

Then gram Panchayats will be increased

Then gram Panchayats will be increased

the villages of 86 gram panchayats in the district changed
नागौर
. प्रदेश सहित जिले की ग्राम पंचायतों में पिछले चार-पांच महीने से चल रही परिसीमन की कसरत प्रशासनिक स्तर पर भले ही पूरी हो गई है, लेकिन कई गांवों के ग्रामीणों की कसरत अब शुरू होगी। हालांकि कुछ गांवों को नई पंचायतों में जुडऩे से राहत मिलेगी, लेकिन कई गांवों को इधर-उधर करने में राजनीतिक हस्तक्षेप होने से उन गांवों के ग्रामीणों को वर्षों तक परेशान होना पड़ेगा। परिसीमन का प्रारूप प्रकाशित करने के बाद कानूनी प्रक्रिया अपनाने के लिए जिला प्रशासन ने आपत्तियां मांगी थी और ग्रामीणों ने अपनी आपत्तियां दर्ज भी कराई, लेकिन राजननेताओं के दखल के कारण ज्यादातर आपत्तियों पर गौर ही नहीं किया गया।
परिसीमन की अधिसूचना जारी होने के बाद रविवार को गांवों में इस बात की चर्चा काफी गर्म रही कि कांग्रेस के नेताओं ने अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा व रालोपा को समर्थन देने वाले सरपंचों की जमीन खिसकाने के लिए जो फासे फेंके थे, वे सही निशाने पर लगे। पिछले काफी समय से सरपंच चुनाव की तैयारी कर रहे पंचायत स्तर के नेताओं को अब नई जमीन तलाशनी पड़ेगी या फिर उन गांवों के ग्रामीणों से सम्पर्क साधना पड़ेगा।
इन ग्राम पंचायतों की बदली तस्वीर

इन गांवों के लोगों को होगी परेशानी
पंचायतों के परिसीमन का प्रारूप प्रकाशित होने के बाद ग्रामीणों ने आपत्तियां दर्ज करवाई थी, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें दरकिनार कर दिया। मूण्डवा पंचायत समिति के खुडख़ुड़ा कलां के ग्रामीणों को बू-नरावता पंचायत में शामिल किया है, दोनों गांवों के बीच पक्का मार्ग भी नहीं है। इसी प्रकार अमण्डा को कड़लू में शामिल किया जा सकता था, लेकिन बलाया में यथावत रखा है, जबकि दोनों गांवों के बीच पक्का रास्ता नहीं है और दूरी भी ज्यादा है। यही स्थिति अन्य पुनर्गठित कई पंचायतों की है, जहां ग्रामीणों को पंचायत मुख्यालय तक आने-जाने के लिए या तो लम्बी दूरी तय करनी पड़ेगी और या फिर कच्चे रास्तों में हिचकोले खाने पड़ेंगे।
जायल, डेगाना, रियां बड़ी व मेड़ता की घोषणा बाकी
ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग द्वारा शनिवार को जारी नागौर जिले अधिसूचना में जायल, डेगाना, रियां बड़ी व मेड़ता सिटी पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायतों को शामिल नहीं किया। जिले में डेह, सांजू व भैरूंदा को नई पंचायत समिति बनाने को लेकर गत एक नवम्बर को मांगी गई आपत्तियों की अंतिम तिथि 30 नवम्बर होने के चलते इससे प्रभावित होने वाली पंचायत समिति डेगाना, रियां बड़ी, मेड़ता व जायल की ग्राम पंचायतों की अधिसूचना बाद में जारी होगी। गौरतलब है कि जिले में वर्तमान में 14 पंचायत समितियां हैं, अब बढकऱ 17 हो जाएंगी।
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