नागौर

अपने घर में बच्चों को महंगे खिलौनों से खेलता देख सरकारी स्कूलों में खोल दिए खिलौना बैंक

रूण. इंदोकली के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में भामाशाह महेंद्र मेहता के सहयोग से खिलौना बैंक स्थापित किया गया है ।

नागौरJul 21, 2019 / 05:27 pm

Ravindra Mishra

Game Zone for children at polling booths

 
रूण क्षेत्र के पीईईओ सतारखान कायमखानी और भीलवाड़ा के समाजसेवी अंशुल जैन के विशेष प्रयासों से मुंबई के व्यवसायी महेंद्र मेहता की ओर से ग्राम पंचायत रूण के और दो सरकारी स्कूलों सेठ जुगराज कटारिया राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय रूण तथा बु नरावता मार्ग स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय सैयदों की ढाणी में खिलौना बैंक स्थापित किए जाएंगे । इंदोकली विद्यालय में पहली खिलौना बैंक की गुरुवार को खोली गई। उद्घाटन उपसरपंच भुटाराम भाकर, पूर्व कमांडेंट तिलोकराम भाकर, पूर्व सूबेदार मोहनराम ने फीता काटकर किया। खिलौनों को देखकर नन्हे बच्चों में गजब की खुशी थी। पीईईओ कायमखानी ने बताया कि सोमवार को प्राथमिक विद्यालय सैयदों की ढाणी में खिलौना बैंक खोला जाएगा।

बढ़ेगा स्कूलों में नामांकन
खिलौना बैंक प्रभारी ओमप्रकाश लालरिया ने बताया कि खिलौना बैंक से नामांकन में बढ़ोतरी होगी, बच्चे खेल-खेल में काफी कुछ सीखेंगे और इससे विद्यालय में बालकों का ठहराव होगा। अंत्योदय सेवक टीम द्वारा उपलब्ध करवाए गए खिलौनों में अल्फान्यूमैरिक बोर्ड, जंबो इंडिया मैप, मिसिंग लेटर इलेक्ट्रो एजुकेशनल ,मेज द नंबर, वन प्लेबॉक्स ,चाइल्ड केलकुलेटर, सेंटेंस मेकिंग किट, मेमोरी स्किलबॉक्स, बॉस्केट बॉल किट, सॉफ्टबॉल आदि प्रदान किए गए हैं ।
पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है मेहता
राजस्थान के विभिन्न जिलों के सरकारी स्कूलों में खिलौना बैंक स्थापित करने वाले महेन्द्र मेहता पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर हैं। उन्होंने अपने घर में बच्चों को महंगे खिलौनों से खेलते देखा तो उनके दिल में भावना जागी की सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले गरीब बच्चों को भी खिलौने उपलब्ध होने चाहिए क्योंकि उन्होंने भी सरकारी स्कूल में ही पढ़ाई की थी। इस प्रकार पिछले कई सालों से वे राजस्थान के सरकारी स्कूलों में खिलौना बैंक की स्थापना कर रहे हैं। चितौडगढ़़ जिले के भादसोडा निवासी मेहता प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव स्वर्गीय मिठालाल मेहता के छोटे भाई हैं। मेहता की ओर से अब तक राजस्थान के 20 से अधिक जिलों में 130 खिलौना बैंक स्थापित किए जा चुके हैं। अगले शिक्षा सत्र तक राजस्थान में 1000 सरकारी स्कूलों में खिलौना बैंक स्थापित करने का लक्ष्य है। इनकी ओर से सरकारी विद्यालयों में अध्यनरत बच्चों की अंग्रेजी सुधारने के लिए प्रयास शुरू किया जाएगा साथ ही सामान्य ज्ञान की पुस्तकें भी भेजी जाएगी।
 
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