पुलिस के अनुसार भंवरलाल जाट ने रिपोर्ट देकर बताया कि गुरुवार रात को भोजन के बाद परिवार के लोग मकान के दरवाजे बंद करके सोए थे। सुबह उठने पर घर का मुख्य दरवाजा खोलना चाहा तो अंदर से बंद था। छत पर चढक़र सीढियों के रास्ते से चौक में आना चाहा तो वह दरवाजा भी अंदर से बंद था। शातिर चोरों ने वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों दरवाजे बंद कर दिए। बाद में कमरों में जाकर देखा तो चोर वहां रखे सोने -चांदी के जेवरात चुरा ले गए थे। भंवरलाल ने रिपोर्ट में बताया कि वर्तमान बाजार भाव के हिसाब से करीब 41 लाख 71हजार रुपए के सोने के जेवरात, करीब चार लाख चालीस हजार रुपए के चांदी के जेवरात, सिक्के व अन्य सामान तथा 70 हजार रुपए नकद चोरी हुए है। पुलिस को सूचना देने पर मूण्डवा थाने के हेड कांस्टेबल प्रेमप्रकाश रांकावत मौके पर पहुंचे। बाद में थानाधिकारी राधेश्याम चौधरी तथा नागौर से एफएसएल प्रभारी मूलाराम रिणवा भी घटना स्थल पर पहुंचे। टीम ने मौका मुआयना कर साक्ष्य जुटाए।
चोरों ने ढाणी के कुछ दूरी पर स्थित एक मन्दिर का भी ताला तोड़ा। लेकिन वहां बड़ी कामयाबी नहीं मिली।मंदिर में रहने वाले साधु ने बताया कि दो हजार रुपए आलमारी में रखे थे। उन्हें चोर ले गए। चोरों ने करीब आधा दर्जन बक्सों के ताले तोडक़र उन्हें खंगाला, चांदी के आभूषण व लोहे का पींपा तक चोर ले गए।
यह हुए चोरी करीब पांच किलो चांदी के जेवरात, जिनमें कड़ला दो जोड़ी (1 किलो 900 ग्राम), 50 राजशाही सिक्के, पन्द्र सिक्के दस-दस ग्राम के, चार चांदी के गिलास, चार सौ ग्राम चांदी, 300 ग्राम चांदी की बटी, 10 जोड़ी पायल (दो किलो वजन), एक जोड़ी पगफूल-450 ग्राम, दो सिल्वर मेडल (20ग्राम) चांदी।
सोने के जेवरात
कुल 48.5 तोला सोने के जेवरात चोरी हुए जिनमें भंवरलाल का गोल्ड मेडल, उनकी माताजी की एक सोने की कंठी, दो जोड़ी मुरकी, पत्नी की दो सोने की कड़ी, दो अंगुठियां, कानों के फूल तीन जोड़ी, कंठ फूल तीन उनकी पुत्र वधू का रखड़ी सेट, झुमरा झेला, शळीप फूल, जोधाहार, रामनवमी सेट, कंठी, मंगलसूत्र, पुणचां, कानों के आभूषण दो जोड़ी, अंगुठी दो जोड़ी शामिल हैं।
मौके पर कैमरों ने दिया जवाब या थी कोई साजिश ढाणी के चारों तरफ करीब आधा दर्जन कैमरे लगे हैं। इनमें से एक कैमरे का तार कटा मिला। मिस्त्री ने बताया कि यह कुछ समय पहले कटा हुआ लग रहा है। जबकि अन्य कैमरों में रिकार्डिंग नहीं हो रही थी।
ऐसा ही कुछ वाकया दो दिन पहले भी हुआ था। जिसमें शायद चोर रैकी कर गए या उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी। मंगलवार को सुबह घर के लोग जगे तो मुख्य दरवाजे की कुंडी अंदर से बंद थी। चोर दरवाजे बंद करने के बाद वारदात को अंजाम देने वाले थे ,लेकिन जाग हो जाने के अंदेशे से भाग गए।
तीन पीढियों की मेहनत की कमाई ले गए चोर
तीन पीढियों ने मेहनत कर जेवरात बनवाए थे। उन्हें चोर एक ही रात में चुरा ले गए। इतनी बढ़ी चोरी की वारदात देख परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। गांव में बढ़ती चोरी की वारदातों को लेकर लोगों ने रोष जताया।
इनका कहना है
ऐसे ब्लाइड मामले होते हैं। लेकिन पुलिस जो भी प्रयास कर सकती है। वे हम करेंगे, ताकि मामले का खुलासा हो सके। गोपालसिंह ढाका, पुलिस उप अधीक्षक, मूण्डवा।
फोटो कैप्शन एमयू बीबी : मूण्डवा के पालड़ी पिचकिया के रावों की ढाणी में जानकारी लेते थानाधिकारी व एफएसएल प्रभारी।