– खींवसर- बैराथल मार्ग पर हुई घटना
– शादी से लौट रहे थे युवक
खींवसर. बैराथल गांव में दुर्घटना के बाद मोके पर पड़ी क्षतिग्रस्त मोटरसाइकिल।
खींवसर. खींवसर- देऊ सड़क मार्ग पर बैराथल गांव के समीप रविवार शाम को अपने रिश्तेदार की शादी में शामिल लौट रहे युवकों की मोटरसाइकिल बस की चपेट में आ गई। हादसे में तीन जनों की मौके पर ही मौत हो गई ,जबकि एक युवक गंभीर घायल हो गया। घायल युवक को खींवसर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्राथमिक उपचार करने के बाद नाजुक हालत में जोधपुर रैफर किया है। मृतकों के शव खींवसर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रखे गए हैं । सोमवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा। पुलिस ने दुर्घटना कारित करने वाली बस को जब्त कर लिया है।
पुलिस के अनुसार सभी युवक रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में भाग लेकर गांव लौट रहे थे।इस दौरान बैराथल गांव के समीप हादसा हो गया। मोटरसाइकिल बस से इतनी जोरदार टकराई की शवों के लोथड़े हो गए। हादसे में देऊ निवासी श्रवणराम पुत्र रामूराम मेघवाल, सोहन पुत्र सुरजाराम, बीकानेर जिले के उदासर निवासी खींयाराम पुत्र तोलाराम मेघवाल की मौत हो गई। तांतवास निवासी लक्ष्मण राम पुत्र तारुराम मेघवाल गंभीर घायल हो गया। उसे एम्बुलेंस के पायलट बाबूलाल व ईएमटी बालाराम गालवा ने एम्बुलेंस से खींवसर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रैफर कर दिया। जानकारी मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक विनोद कुमार सीपा भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दुर्घटना कारित करने वाली निजी यात्री बस को जब्त कर लिया है।
बुद्ध पूर्णिमा पर लगाए बड़-पीपल के पौधे, महिलाओं ने की पूजा मकराना. एवरयूथ बॉय ग्रुप के तत्वावधान में सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर मंगलाना रोड पर नवनिर्मित गो चिकित्सा केंद्र के पास पीपल एवं बड़ के पौधे लगाते हुए उनकी पूजा अर्चना की गई। शिवशंकर पारीक ने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा पर लगाने के लिए विशेष रूप से घाटवा नर्सरी से अच्छी किस्म के पीपल तथा बड़ के पौधे मंगाए गए। एवरयूथ बॉय ग्रुप के सदस्य एस. एस. पारीक, ओम प्रकाश चौधरी, राजेंद्र सिंह चौहान, कमल पहाडिय़ा अशोक कुमार, सुरेंद्र सोनीख्, सुथार गुरु तथा आनंद सेन सहित संस्था के सभी सदस्यों ने मंत्रौच्चार के साथ सभी सदस्यों ने पौधा रोपण करते हुए उनके देख-रेखकी जिम्मेदारी ली। उधर, बुद्ध पूर्णिमा पर महिलाओं ने हॉस्पिटल रोड सहित विभिन्न स्थानों पर पीपल की पूजा की ।