VIDEO...आज सैतीस साल बाद शरद पूर्णिमा पर रहेगा खण्डग्रास चंद्रग्रहण का साया
नागौरPublished: Oct 27, 2023 10:04:31 pm
Nagaur. शरद पूर्णिमा पर सौभाग्य योग, सिद्धि योग, बुधादित्य योग, गजकेसरी योग और शश योग का निर्माण


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-शनिवार को रात में लगेगा चंद्रग्रहण, सूतक नौ घंटे पहले लग जाएगा
नागौर. वर्ष के अंतिम चंद्रग्रहण का साया इस बार शरद पूर्णिमा पर रहेगा। 28 अक्टूबर केा शरद पूर्णिमा के साथ चंद्रग्रहण भी रहेगा। यह खण्डग्रास चंद्रग्रहण होगा। पंडित सुनील दाधीच ने बताया कि निर्णय सागर पंचांग के अनुसार शरद पूर्णिमा की मध्य रात्रि में भारतीय समय अनुसार विरल छाया में प्रवेश रात्रि 11 बजकर 32 मिनट पर तथा ग्रहण का स्पर्श रात्रि 1 बजकर 5 मिनट पर शुरू होगा ग्रहण का मध्य रात्रि 1 बजकर 44 मिनट और मोक्ष देर रात 2 बजकर 23 मिनट पर होगा। शरद पूर्णिमा तिथि का समापन भी इसी समय रात्रि 1 बजकर 53 मिनट पर होगा। चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 1 घंटे 18 रहेगी। बताते हैं कि यह संयोग 37 साल के बाद पड़ा है। इसी तरह का संयोग वर्ष 1986 में भी हुआ था। इस दिन भी मध्यरात्रि में ही चंद्रग्रहण लगा था। ज्योतिषिवदों के अनुसार हालांकि इसी दिन यानि की शरद पूर्णिमा पर इस बार ग्रहण का साया होने के कारण इस दौरान खीर चंद्रदेव की रोशनी में नहीं रखी जा सकती है, लेकिन शरद पूर्णिमा पर इस बार चंद्रग्रहण के साथ पांच शुभ योग का संयोग भी बन रहा है। शरद पूर्णिमा पर सौभाग्य योग, सिद्धि योग, बुधादित्य योग, गजकेसरी योग और शश योग का निर्माण हो रहा है। यह पांचों योग शुभ फलदायी है। ग्रहण के नौ घंटे पहले से सूतक लगने से मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। चूंकि ग्रहण का मोक्ष देर रात्रि में होगा इसलिए अगले दिन ही मंदिर खुलेगा।