शहर की सरकार ने इस बार बजट में पिछले साल की तुलना में दो गुना अधिक कर बजट को पेश किया गया। पिछले साल 33 करोड़ 43 लाख 33 हजार रुपए का बजट शहर के विकास के लिए पारित किया गया। वहीं साल 2015-16 में 26 करोड़ 49 लाख 35 हजार रुपए का बजट पास किया गया। तीसरे साल वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए तीन गुना आधिक बजट पेश किया गया। बीते साल में 30 करोड़ 77 लाख 50 हजार रुपए खर्च किए गए।
नेता प्रतिपक्ष ने उठाया सवाल: बजट में नहीं दी पूरी जानकारी
बैठक में नेता प्रतिपक्ष मो. हुसैन निर्बाण ने कहा कि बजट की पार्षदों को विस्तृत जानकारी नहीं दी गई। पार्षदों को अंधेरे मे रखा गया है। किस वार्ड में कितने कार्य होंगे और उन पर कितना खर्च होगा, इस बात की जानकारी क्यों छुपाई जाती है। इसकी जानकारी सभी को होनी चाहिए। भाजपा पार्षद मुरलीधर शर्मा ने कहा कि सदन में कई प्रस्ताव पारित होकर भी अपारित हो जाते हैं। इस बात पर सदन को खुशी होनी चाहिए कि आज जो प्रस्ताव पास हो रहा है उसकी पालना होगी।
ऐसे खर्च होगा शहर के विकास पर बजट
राजस्व स्थापना : 8.79 करोड़
परिचालन संधारण : 4.84 करोड़
नाला-नाली निर्माण : 2.8 करोड़
शौचालय निर्माण : एक करोड़
वर्षा जल निकासी : 1.10 करोड़
संयत्र मशीन आदि : 50 लाख
राज्य वित्त आयोग व अन्य पर दो करोड़
विधायक सांसद कोष से 1.5 करोड़ रुपए
14वें वित्त आयोग से 3.5 करोड रुपए
गाजसर गैनाणी के विकास पर 6.53 करोड़
पार्कों के विकास पर 2.5 करोड़
सीवरेज पर 20 करोड़ रुपए