रंनिग थ्रू गुजर रही ट्रेनों का पांच माह बाद भी बाइपास पर ठहराव नहीं
नागौरPublished: Jan 17, 2020 07:36:18 pm
मेड़ता रोड. अजमेर मंडल के भीमाना- मावल रेलखंड पर दोहरीकरण कार्य के कारण ट्रेनों को वाया अजमेर- फुलेरा होकर संचालित किया जा रहा है। बीकानेर की तरफ आने जाने वाली ट्रेनों को मेड़ता रोड के मुख्य प्लेटफार्म के स्थान पर बाइपास से ही गुजारने के कारण यात्रियों को मजबूरी में बाइपास पर उतरना पड़ रहा है,
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मेड़ता रोड. अजमेर मंडल के भीमाना- मावल रेलखंड पर दोहरीकरण कार्य के कारण ट्रेनों को वाया अजमेर- फुलेरा होकर संचालित किया जा रहा है। बीकानेर की तरफ आने जाने वाली ट्रेनों को मेड़ता रोड के मुख्य प्लेटफार्म के स्थान पर बाइपास से ही गुजारने के कारण यात्रियों को मजबूरी में बाइपास पर उतरना पड़ रहा है, जबकि रेलवे का तर्क है कि बाइपास का प्लेटफार्म 24 कोच की ट्रेन को खड़ी करने के मुताबिक प्लेटफार्म नहीं होने से रंनिग थ्रू गुजर रही ट्रेनों का ठहराव नहीं किया जा सकता है। ऐसे में रेलवे की दोहरी नीति के कारण यात्रियों में भंयकर रोष व्याप्त है।
रेल प्रशासन के द्वारा ट्रेन संख्या 12467-12468 जैसलमेर से जयपुर के बीच संचालित लीलण एक्सप्रेस व ट्रेन संख्या 59705-59706 जयपुर- सूरतगढ़ पैंसेजर ट्रेन को 20 अगस्त 2019 से बाइपास से संचालित किया जा रहा है। जबकि यहां से गुजर रही 10 जोड़ी ट्रेनों को यह कहते हुए रेलवे ठहराव नहीं कर रहा है कि बाइपास का प्लेटफार्म 24 कोच की ट्रेन को खड़ी करने के मुताबिक नहीं है। जबकि वर्तमान में अजमेर मंडल के भीमाना- मावल रेलखंड पर दोहरीकरण का कार्य चल रहा है। इस कारण 14 जनवरी को सिकदंराबाद से हिसार को जाने वाली ट्रेन का मार्ग परिवर्तित किया गया था। नियमानुसार यह ट्रेन मेड़ता रोड के मुख्य प्लेटफार्म पर पहुंचनी चाहिए थी। मगर रेल प्रशासन के द्वारा ट्रेन को बाइपास से ही गुजार दिया गया। गुरूवार को यह ट्रेन निर्धारित समय से पांच घंटे की देरी से पहुंची तो बाइपास पर ट्रेन का ठहराव किया गया। यात्रियों को जानकारी नहीं थी कि बाइपास पर ही उतरना है। कुछ समय बाद ज्ञात हुआ तो आनन फानन में यात्रीगण उतर गए। करीब पांच सौ से अधिक यात्रीगण को मेड़ता रोड में उतरना था। पांच सौ से अधिक यात्रियों को बाइपास पर उतरने से यात्रियों को भंयकर परेशानी का सामना करना पड़ा।