ट्रक चालक ने बताया कि रोज-रोज के अवैध वसूली से परेशान होकर उसने परिवहन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का वीडियो बना लिया। इसकी जानकारी जब उन्हें हुई तो वे गाड़ी लेकर आए और ट्रक के आगे लगाकर रुकवाया। नीचे उतरते ही सब इंस्पेक्टर भादू उसे मारने के लिए दौड़ा, लेकिन वह पहले से सचेत था, इसलिए ट्रक छोडकऱ खेतों में भाग गया। इसके बाद चार-पांच कर्मचारी और खुद सब इंस्पेक्टर उसके पीछे आए और उसे पकडकऱ पहले मारपीट की और फिर मोबाइल से वीडियो डिलीट कर दिया, लेकिन उसने एक्सपर्ट से वीडियो वापस री-कवर करवा लिया।
वीडियो वायरल होने के बाद सब इंस्पेक्टर भादू कलवानिया के सामने फोन पर बार-बार गिड़गिड़ता दिखा। कलवानिया ने जब सब इंस्पेक्टर से परिचय पूछा तो बोला – मैं जायल का भादू हूं, अभी पिछले महीने ही यहां आया हूं, पहले बाहर था। फिर बोला, ‘आज वाली बात को परोटो साहब, मैं आपसे विनती कर रहा हूं, निवेदन कर रहा हूं’ मैंने बंजारों की ढाणियों में अधिकारी होकर उसके पैर पकड़े, हो गई भूल-चूक, अब इस बात को यहीं दबाओ।
परिवहन विभाग के कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा वाहनों की जांच के नाम पर इस प्रकार चौथ वसूली का यह खेल पिछले काफी समय से चल रहा है। खास बात यह है कि जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर इस प्रकार उगाही चलती है, लेकिन जिम्मेदारों की नजर इधर नहीं गई। यहां तक कि जिले की एसीबी भी पिछले काफी समय से सुस्त है, पिछले दिनों ट्रेप की कार्रवाई भी सीकर एसीबी की टीम ने की है।
ट्रक चालक के साथ हुए घटनाक्रम का वीडियो देखने के बाद सब इंस्पेक्टर को रिलीव करके जयपुर मुख्यालय भेज दिया है। साथ ही वीडियो भी मुख्यालय भिजवाया है, ताकि मुख्यालय स्तर से वीडियो की सत्यता की जांच की जा सके। वीडियो में जो गार्ड दिखाई दे रहा है, उसे भी हटा दिया है।
– ओमप्रकाश चौधरी, जिला परिवहन अधिकारी, नागौर