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यात्रा भत्ते में ही करोड़ों हो जाएंगे स्वाहा

locationनागौरPublished: Aug 26, 2018 10:11:11 pm

Submitted by:

Sharad Shukla

इस बार शिक्षक दिवस पर लाखों राशि अकेले शिक्षकों के यात्रा भत्ता आदि पर ही व्यय हो जाएगी।

Nagaur patrika

Even after getting the money, then it was not good

नागौर. प्रदेश में यात्रा भत्ता आदि का यह आंकड़ा करोड़ों में बताया जाता है। निदेशालय से आए फरमान के बाद जयपुर के अमरूदों के बाग में पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर होने वाले सम्मान समारोह में शिक्षकों को भेजे जाने की तैयारियां शुरू कर दी है। इसमें शिक्षकों की उपस्थिति को आवश्यक बताते हुए आर्डडी कार्ड पहनाकर भेजने के निर्देश मिले हैं। नियमानुसार यात्रा भत्ता आदि का खर्च विभाग खुद वहन करेगा। इसके लिए भी शिक्षकों को आश्वस्त कर दिया गया है। जानकारों का कहना है कि इस कार्यक्रम के लिए केवल जिला स्तर पर ही लाखों की राशि व्यय हो जाएगी। राजकीय विद्यालयों को संसाधनों से सज्जित करने की जगह करोड़ों की राशि इसी में व्यय किए जाने की चर्चा शिक्षा के गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। शिक्षा विभाग के वर्ष 2013 से नियुक्त सभी श्रेणियों के शिक्षकों का जयपुर में पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर जयपुर बुलाया गया है। इसमें शामिल होने वाले शिक्षकों में भी सभी को आईडी कार्ड पहनकर जाना अनिवार्य कर दिया गया है। बिना आईडी कार्ड पहनकर गए शिक्षक कार्यक्रम में ही जा पाएंगे। इस तरह से अकेले प्रारंभिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की संख्या एक हजार से ज्यादा हे। इसी तरह की स्थिति अन्य श्रेणी के शिक्षकों की है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से शिक्षकों को यात्रा भत्ता दिए जाने के लिए आयुक्त एवं शासन सचिव शिक्षा संकुल से ही आठ करोड़ लाख रुपए दिए जाने की स्वीकृति भी मिल चुकी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तैयारियां तेज कर दी गई है। सभी शिक्षको सेे कहा जा चुका है कि वह अपना आईडी कार्ड बनवाकर संबंधित पीईईओ से हस्ताक्षर कराने के बाद ही वहां कार्यक्रम में जाएंगे। ताकी बाद में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
…तो फिर कई स्कूलों का कायाकल्प हो जाता
शिक्षा विभाग के जानकारों का कहना है कि प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षकों के कुल संख्या के अनुपात में यात्रा भत्ता आदि मिलाकर व्यय किए जाने वाली राशि से जिले के कई बदहाल शिक्षण संस्थानों की तस्वीर ही बदल जाती। कइयों में संसाधनों के अभाव के साथ कमरों की खराब स्थिति के अलावा अन्य समस्याएं बजट के अभाव में लंबित हैं। ऐसे में यह बजट यहां पर व्यय होता तो फिर वास्तव में करोड़ों की राशि का उपयोग हो जाता।
जयपुर के अमरूदों का बाग में शिक्षक दिवस पर एक हजार से ज्यादा शिक्षक जाएंगे। इनको यात्रा भत्ता आदि नियमानुसार देय रहेगा।
रजिया सुल्ताना, जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक नागौर

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