इस दौरान भारत माता पूजन कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं रास्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक महावीरप्रसाद ने कहा कि अपना राष्ट्र विश्व में अलग पहचान वाला देश है। विश्व के अन्य देश अपने देश को केवल एक भू-भाग मानते है जबकी अपन इस देश को अपनी मां के रूप में मानते है और भारत माता के रूप में पूजते है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के खंड प्रचारक दलपतसिंह, विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष महावीर चतुर्वेदी, शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र दाधीच, संघ के बिकानेर विभाग के प्रोढ़ प्रमुख सवाईदान चारण सहित चेनाराम बलारा, भूराराम कूदणा, सुरेश भार्गव, पिन्टू भार्गव, नटवरलाल बारूपाल, पृथ्वी चाहर, श्यामलाल भार्गव, चैनाराम मिस्त्री, बाबूलाल रणवां, सुधीर पण्डित, चुन्नीलाल बलारा, निर्मल शर्मा आदि उपस्थित रहें।
समाजसेवी खेताराम बलारा ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से निकाली गई तिरंगा यात्रा को एक सफल और ऐतिहासिक यात्रा बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एक राष्ट्रवादी विचारधारा का संगठन है जो देश के लिए कार्य कर रहा है। मौलासर के हर समाज व संगठन के लोग यात्रा में शामिल होकर यह साबित कर दिया की राष्ट्रीय मुद्दे पर हम सब एक है। फीट लम्बा तीन रंग का तिरंगा विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा। इस तिरंगे को स्कूलों के बच्चें हाथों में लेकर यात्रा के दौरान वंदे मातरम, भारत माता की जय आदि गगनभेदी नारे लगाते हुए चल रहे थे। आयोजकों एक कस्बेवासियों का मामना है कि मौलासर कस्बे की यह पहली यात्रा है जिसमें 111 फीट लम्बा तिरंगा हाथों में लेकर यात्रा निकाली हो।