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नागौर

एक साल बाद भी हाथ नहीं आए तुलसीराम के हत्यारे

नए सिरे से जांच की तैयारी

नागौरAug 12, 2024 / 09:51 pm

Sandeep Pandey

तुलसीराम हत्याकाण्ड

चार संदिग्ध के नार्को टेस्ट के इर्दगिर्द रही पुलिस की जांच

नागौर. होठ सूख गए तो आंखें पथरा गई। उम्मीद लगभग खत्म सी होती जा रही है। लम्बी कवायद के बाद हत्या के आरोपी अभी तक पुलिस के हाथ नहीं आए। चार संदिग्ध में से दो का नार्को टेस्ट हुआ और इसका परिणाम भी जीरो निकला। तुलसीराम की हत्या को एक बरस बीत गया, पत्नी-बेटे हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधिकारियों से लेकर जन प्रतिनिधियों तक गुहार लगाते-लगाते लगभग थक से गए हैं।गौरतलब है कि नया दरवाजा निवासी तुलसीराम (50) की ठीक एक साल पहले अमरपुरा स्थित अपने खेत पर बने कमरे की छत पर किसी ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। हत्या किसने और क्यों की, यह राज अब भी खुला नहीं।
वारदात के दौरान बगल के खेत का सुरेश भी घायल हुआ था, जो बाद में उपचार के बाद ठीक हो गया। हत्या के तुरंत बाद धरना-प्रदर्शन भी हुआ और पुलिस को चेतावनी दी गई कि आरोपी जल्द नहीं पकड़े गए तो आंदोलन तेज होगा। हालांकि दो-चार दिन बाद आंदोलन के तेवर दिखाने वाले सभी राजनीतिक/सामाजिक संगठन के पदाधिकारी नजर नहीं आए। तुलसीराम की पत्नी, पुत्र व भाई ही हत्यारे की तलाश के लिए इधर-उधर भटकते रहे। मामला सदर थाने में दर्ज हुआ था तो एक-डेढ़ महीने तो पुलिस ने दिन-रात एक कर दिया पर कोई सुराग नहीं लगा। बाद में चार संदिग्धों के नार्को टेस्ट कराने के नाम पर लम्बी प्रक्रिया चली। चार संदिग्धों में सुरेश, उसका भाई गुमानाराम, सुखवीर भाटी शामिल थे। इनमे सिर्फ दो का नार्को भी हुआ पर कोई नतीजा नहीं निकला।
नार्को के लिए पहले अदालत की स्वीकृति फिर गांधी नगर स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला की हरी झण्डी का लम्बा इंतजार हुआ। इसके बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला। अब जब नार्को टेस्ट की रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों को पकडऩे की पुलिस की स्कीम ही फेल हो गई। पुलिस बस जमीन विवाद को लेकर ही हत्या की जांच करती रही।
परिजन चाहते हैं जल्द हो गिरफ्तारी

तुलसीराम के बड़े भाई ताराचंद समेत अन्य परिजन चाहते हैं कि आरोपी जल्द से जल्द गिरफ्तार हों। वो इस बात पर भी काफी व्यथित हैं कि शुरुआत में उनके साथ आए लोगों ने कुछ दिन बाद हाथ झटक दिया। इनका कहना है कि पुलिस जांच कोई भी करे पर हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करे। एक साल तो बीत गया पर सिवाय आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला।
नए सिरे से होगी जांच…

सूत्रों का कहना है कि अब तुलसीराम हत्याकाण्ड के मामले में पुलिस नए सिरे से जांच करेगी। हत्याकाण्ड के समय जांच कर रहे अधिकारी पहले चुनाव में लगे रहे फिर तबादले हो गए। ऐसे में तुलसीराम हत्याकाण्ड को केवल नार्को टेस्ट के इर्दगिर्द ही रख दिया गया। बताया जाता है कि पुलिस अब नए सिरे से जांच करेगी। इसके लिए टीमों का जल्द गठन होगा।
कार में सवार चोर पहुंचा मौके पर फिर बाइक लेकर गुर्गे के साथ हुआ रवाना

नागौर. बाइक चुराने के आरोप में कोतवाली थाना पुलिस ने दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। वारदात से यह भी खुलासा हो गया कि बाइक चोरी के आरोपी को मदद करने वाले साथी कार में सवार रहते हैं।
कोतवाली सीआई मनीष देव ने बताया कि शुक्रवार को सलेऊ रोड स्थित दीनदयाल कॉलोनी निवासी मनोज कुमार रावल ने बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमे बताया कि सीसीटीवी कैमरे में एक कार से उतरा युवक बाद में उसकी बाइक ले गया। उसने धारीदार शर्ट पहन रखी थी। इस पर हैड कांस्टेबल शिवराम, कांस्टेबल प्रेमराज व भंवरलाल को शातिर चोर का टास्क दिया। शिवराम व प्रेमराज ने पहले घटना-स्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले, इसके बाद करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर पीछा कर सरदार शहर, चूरू से सद्दाम खान (30) निवासी मदीना कॉलोनी और जितेंद्र दाधीच (28) निवासी गोटन को गिरफ्तार किया। आरोपियों से बाइक के साथ वो कार भी बरामद की, जो वारदात के दौरान काम में ली गई थी। सद्दाम खान आदतन अपराधी है, उस पर चोरी, मादक पदार्थ की तस्करी, आम्र्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। इस वारदात में खास बात यह कि सद्दाम को बाइक चुराने के लिए कार से मौके पर छोड़ा गया, फिर से साथ-साथ भाग छूटे।

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