खींवसर थानाधिकारी हरलाल मीणा ने बताया कि अजेमर डिस्कॉम के खींवसर कार्यालय में कार्यरत रामसिया निवासी शैतानराम पुत्र देरामराम जाट (५५) तथा संविदा पर लगे पूर्व सैनिक पाबुसर निवासी कुम्भसिंह पुत्र आसुसिंह राजपूत (६२) बुधवार को बिजली के बिल वितरण करने के लिए मोटरसाइकिल से नागड़ी जा रहे थे। इस दौरान खींवसर जीएसएस से रवाना होते ही नागौर-जोधपुर राजमार्ग पर नागौर की तरफ से आ रही एक निजी सवारी बस ने मोटरसाइकिल के टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बस लहराती हुई बबूल की झाडियों में जा गिरी। इससे यात्रियों के भी चोटें आई। इस दौरान ग्रामीण एवं जीएसएस पर मौजूद कर्मचारी दौडक़र आए। दोनों घायलों को खींवसर अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने शैतानराम व कुम्भसिंह को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद बस चालक फरार हो गया। पुलिस ने दोनों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए। थानाधिकारी मीणा ने बताया कि मृतक कुम्भसिंह के भतीजे ने बस चालक के खिलाफ बस को तेज गति एवं लापरवाही से चलाकर दुर्घटनाकारित करने का मामला दर्ज करवाया है। घटना के बाद डिस्कॉम के सहायक अभियन्ता श्रवण रावल सहित अन्य अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गए।
बस चालक की लापरवाही आई सामने
बस में सवार यात्रियों ने बताया कि बस चालक नागौर से ही बसतेज गति व लहराता हुआ चल रहा था। कई बार यात्रियों ने उसे टोका मगर नहीं माना और खींवसर से पहले जीएसएस के समीप दुर्घटनाकारित हो गई। यात्रियों ने बताया कि जोरावरपुरा गांव के पास भी बस तेज स्पीड में होने के कारण एक हादसा होते-होते टला।
बस में सवार यात्रियों ने बताया कि बस चालक नागौर से ही बसतेज गति व लहराता हुआ चल रहा था। कई बार यात्रियों ने उसे टोका मगर नहीं माना और खींवसर से पहले जीएसएस के समीप दुर्घटनाकारित हो गई। यात्रियों ने बताया कि जोरावरपुरा गांव के पास भी बस तेज स्पीड में होने के कारण एक हादसा होते-होते टला।