जेएलएन अस्पताल चौकी पुलिस के अनुसार शहर के निकट नागौर-डीडवाना रोड स्थित फागली फांटा पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास सोमवार दोपहर करीब 12 बजे एक डम्पर चालक ने मोरटरसाइकिल को चपेट में ले लिया, जिसमें मोटरसाइकिल पर सवार दो वर्षीय बालिका नेहा पुत्री महेन्द्र की मौत हो गई। वहीं अरविंद (22) पुत्र लालचंद एवं पूजा (23) पत्नी महेन्द्र घायल हो गए। तीनों अठियासन के रहने वाले हैं। दुर्घटना के बाद दोनों घायलों को जेएलएन राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया है, वहीं पुलिस ने मासूम नेहा के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द करने की कार्रवाई शुरू की।
वहीं कुचामन सिटी के पदमपुरा रोड स्थित खारड़े में सोमवार सुबह शव मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। शव की शिनाख्त चंद्रप्रकाश (40) पुत्र नाथूराम माली निवासी सांभर हाल निवासी आचार्य मोहल्ला कुचामन सिटी के रूप में हुई है। मृतक 5 जून से घर से लापता था। बताया जा रहा कि उसकी मौत 3 दिन पहले हो गई। मृतक यहां अपने ससुराल में रहता था। जानकारी मिलने पर पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से मौके पर ही शव का पोस्टमार्टम करवाया है।
ऐवाद क्षेत्र में मोरों का शिकार
नागौर. जिले के सुरपालिया थाना क्षेत्र के ऐवाद गांव में रविवार को मोरों के शिकार का मामला सामने आया। सूचना मिलने पर सुरपालिया थाना पुलिस एवं नागौर व जायल से वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा मुआयना किया।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह ग्रामीण जब खेतों की ओर गए तो वहां मोरों के पंख झाडिय़ों में डाले हुए मिले, जिस पर उन्होंने पर्यावरण प्रेमी हिम्मताराम भाम्भू को सूचना देकर बताया कि रात के समय शिकारियों ने मोरों का शिकार करके पंख झाडिय़ों में छिपा दिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए भाम्भू ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया तथा खुद भी मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर वन विभाग के एसीएफ सुनील कुमार गौड़, नागौर रेंजर हेमेन्द्र फिड़ौदा, जायल रेंजर धर्माराम एवं सुरपालिया पुलिस मौके पर पहुंची तथा घटना का निरीक्षण किया। शिकारियों का सुराग नहीं लग पाया।
नागौर. जिले के सुरपालिया थाना क्षेत्र के ऐवाद गांव में रविवार को मोरों के शिकार का मामला सामने आया। सूचना मिलने पर सुरपालिया थाना पुलिस एवं नागौर व जायल से वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा मुआयना किया।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह ग्रामीण जब खेतों की ओर गए तो वहां मोरों के पंख झाडिय़ों में डाले हुए मिले, जिस पर उन्होंने पर्यावरण प्रेमी हिम्मताराम भाम्भू को सूचना देकर बताया कि रात के समय शिकारियों ने मोरों का शिकार करके पंख झाडिय़ों में छिपा दिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए भाम्भू ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया तथा खुद भी मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर वन विभाग के एसीएफ सुनील कुमार गौड़, नागौर रेंजर हेमेन्द्र फिड़ौदा, जायल रेंजर धर्माराम एवं सुरपालिया पुलिस मौके पर पहुंची तथा घटना का निरीक्षण किया। शिकारियों का सुराग नहीं लग पाया।