scriptवीडियो में देखिए, नागौर के पशुपालक की प्रशासन की सीधी चेतावनी, मेला नहीं भरा तो क्या होगा | Veterinarians demanding to organize Nagaur's Ramdev cattle fair | Patrika News

वीडियो में देखिए, नागौर के पशुपालक की प्रशासन की सीधी चेतावनी, मेला नहीं भरा तो क्या होगा

locationनागौरPublished: Jan 20, 2022 02:08:21 pm

Submitted by:

shyam choudhary

Nagaur’s state level Ramdev cattle fair : विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधि एवं पशुपालक पहुंचे नागौर, सांसद व कलक्टर को सौंपे ज्ञापन

Veterinarians demanding to organize a cattle fair

Veterinarians demanding to organize a cattle fair

नागौर. ‘व्यापारी आए या न आए, प्रशासन मेला भरवाए या नहीं, लेकिन हम तो आएंगे। बैल नहीं बिकेंगे तो कलक्ट्री के सामने छोडकऱ जाएंगे। क्योंकि बैलों को चारा खिलाने के लिए मेरे पास अब कुछ नहीं है।’ यह कहना था मूण्डवा पंचायत समिति सैनणी के गांव से बुधवार को कलक्ट्रेट आए पशुपालक घमंडाराम का। घमंडाराम ने बताया कि उसके पास 5 बैल हैं और उन्हें पालने की हिम्मत अब उसकी नहीं है। ऐसा केवल घमंडाराम ने ही नहीं कहा, बल्कि विभिन्न गांवों से आए किसानों का कहना था, जो ये चाहते हैं कि मेला आयोजित होना चाहिए, क्योंकि मेला मैदान बहुत बड़ा है और मेले में आने वाले पशुओं व पशुपालकों की संख्या इतनी नहीं होती कि यहां कोरोना स्प्रेड वाली कोई स्थिति बने। गौरतलब है कि पशुपालन विभाग ने मेले के आयोजन को लेकर जयपुर मुख्यालय से मार्गदर्शन मांगा है। इसको लेकर राजस्थान पत्रिका ने गत 17 जनवरी को समाचार प्रकाशित कर जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट किया था।
राजनीतिक रैलियों में नहीं फैलता कोरोना
जिला मुख्यालय पर हर वर्ष आयोजित होने वाले श्री रामदेव पशु मेले का आयोजन करवाने की मांग को लेकर बुधवार को नागौर, मूण्डवा व जायल क्षेत्र के विभिन्न गांवों के किसानों एवं पशुपालकों ने यहां सांसद व जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर पशु मेला आयोजित करवाने की मांग रखी। नराधना से आए पूर्व सरपंच हड़मानराम ने बताया कि बैलों को बारह महीने से खर्चा खिला रहे हैं। राजनीतिक रैलियां होते समय सरकार को कोरोना नहीं दिखता, लेकिन किसानों का काम आते ही कोरोना आा जाता है। किसान और पशुपालकों के हित में मेला भरना जरूरी है, नहीं तो किसानों की स्थिति और ज्यादा दयनीय हो जाएगी।
बलाया से आए किसान भगवतराम ने बताया कि 2 फरवरी को हम बैल लेकर नागौर आएंगे, तीन साल तक बछड़े बिकते नहीं और अब बिकने लायक हुआ तो कोरोना का रोड़ा अड़ा दिया। चार-पांच साल तक बैलों को घर में रखकर पालने की हिम्मत हमारी नहीं है। प्रशासन और सरकार इस ओर सोचे और मेला मैदान की सफाई करवाकर लाइट-पानी की व्यवस्था करे।
मैदान की साफ-सफाई करवाएं
ज्ञापन देने आए पशुपालक भंवरलाल, परसाराम, अर्जुनराम, मियालराम, भूराराम, रामनिवास आदि ने जिला कलक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर नागौर का राज्य स्तरीय श्री रामदेव पशु मेला निर्धारित समय पर आयोजित करवाने की मांग की। पशुपालकों ने ज्ञापन में बताया कि मेला मैदान पर झाडिय़ां उगी हुई है और गंदगी पसरी हुई है, इसलिए समय रहते साफ-सफाई करवाकर बिजली-पानी व्यवस्था करवाएं। साथ ही मेला मैदान में व्यापारियों के लिए उचित दर पर खाने की व्यवस्था करवाने की मांग भी की।
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रामदेव पशु मेले के आयोजन की अनुमति को लेकर सांसद बेनीवाल हुए सक्रिय
– पशुपालन विभाग मंत्री से की दूरभाष पर वार्ता, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
नागौर. जिला मुख्यालय के श्री रामदेव पशु मेले के आयोजन को लेकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया को पत्र लिखा। सांसद ने नागौर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले प्रसिद्ध श्री रामदेव पशु मेले के आयोजन की अनुमति देने की मांग की। सांसद ने पत्र में बताया कि नागौर के बैल की नस्ल देश भर में प्रसिद्ध है। साथ ही उक्त मेले की तरफ न केवल राजस्थान बल्कि देश के कई राज्यों के किसान टकटकी लगाकर देख रहे हैं और इस प्रकार के मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर भी हैं।
सांसद बेनीवाल ने कहा कि लोगों ने अब वैक्सीनेशन भी करवा लिया तथा मेला मैदान का क्षेत्रफल 200 बीघा से अधिक है और सरकार जब अन्य कार्यक्रमों के आयोजन के लिए भी स्वीकृति दे रही है। ऐसे में मेले की स्वीकृति देना किसानों तथा पशुपालकों के हित में होगा। क्योंकि कोरोना के संकट काल में किसानों व पशुपालकों की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हुई, ऐसे में यह मेला उनके लिए काफी लाभकारी होगा। सांसद ने मामले को लेकर पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया, पशुपालन विभाग की शासन सचिव आरुषि मलीक व पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक से दूरभाष पर भी वार्ता की। साथ ही कलक्टर नागौर को भी पत्र भेजा। इस दौरान विभिन्न गांवों से आए किसानों व पशुपालकों ने सांसद को भी मेले के आयोजन को लेकर ज्ञापन सौंपा।
डेगाना विधायक व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष ने कल मंत्री से बात
नागौर के राज्य स्तरीय श्री रामदेव पशु मेले के आयोजन को लेकर बुधवार को डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष हनुमान बांगड़ा ने कृषि एवं पशुपालन विभाग मंत्री लालचंद कटारिया से बात की। विधायक मिर्धा व अध्यक्ष बांगड़ा ने मंत्री को बताया कि किसानों एवं पशुपालकों के हित में मेले का आयोजन करवाना आवश्यक है। यदि एक बार मेला रद्द हो गया तो फिर बाहरी राज्यों से आने वाले व्यापारी आना बंद कर देंगे और इसका खमियाजा नागौर को भुगतना पड़ेगा। विधायक ने बताया कि मेला मैदान काफी बड़ा है, ऐसे में कोरोना की गाइडलाइन की पालना भी आसानी से हो जाएगी।
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