जिला मुख्यालय पर हर वर्ष आयोजित होने वाले श्री रामदेव पशु मेले का आयोजन करवाने की मांग को लेकर बुधवार को नागौर, मूण्डवा व जायल क्षेत्र के विभिन्न गांवों के किसानों एवं पशुपालकों ने यहां सांसद व जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर पशु मेला आयोजित करवाने की मांग रखी। नराधना से आए पूर्व सरपंच हड़मानराम ने बताया कि बैलों को बारह महीने से खर्चा खिला रहे हैं। राजनीतिक रैलियां होते समय सरकार को कोरोना नहीं दिखता, लेकिन किसानों का काम आते ही कोरोना आा जाता है। किसान और पशुपालकों के हित में मेला भरना जरूरी है, नहीं तो किसानों की स्थिति और ज्यादा दयनीय हो जाएगी।
बलाया से आए किसान भगवतराम ने बताया कि 2 फरवरी को हम बैल लेकर नागौर आएंगे, तीन साल तक बछड़े बिकते नहीं और अब बिकने लायक हुआ तो कोरोना का रोड़ा अड़ा दिया। चार-पांच साल तक बैलों को घर में रखकर पालने की हिम्मत हमारी नहीं है। प्रशासन और सरकार इस ओर सोचे और मेला मैदान की सफाई करवाकर लाइट-पानी की व्यवस्था करे।
ज्ञापन देने आए पशुपालक भंवरलाल, परसाराम, अर्जुनराम, मियालराम, भूराराम, रामनिवास आदि ने जिला कलक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर नागौर का राज्य स्तरीय श्री रामदेव पशु मेला निर्धारित समय पर आयोजित करवाने की मांग की। पशुपालकों ने ज्ञापन में बताया कि मेला मैदान पर झाडिय़ां उगी हुई है और गंदगी पसरी हुई है, इसलिए समय रहते साफ-सफाई करवाकर बिजली-पानी व्यवस्था करवाएं। साथ ही मेला मैदान में व्यापारियों के लिए उचित दर पर खाने की व्यवस्था करवाने की मांग भी की।
– पशुपालन विभाग मंत्री से की दूरभाष पर वार्ता, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
नागौर. जिला मुख्यालय के श्री रामदेव पशु मेले के आयोजन को लेकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया को पत्र लिखा। सांसद ने नागौर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले प्रसिद्ध श्री रामदेव पशु मेले के आयोजन की अनुमति देने की मांग की। सांसद ने पत्र में बताया कि नागौर के बैल की नस्ल देश भर में प्रसिद्ध है। साथ ही उक्त मेले की तरफ न केवल राजस्थान बल्कि देश के कई राज्यों के किसान टकटकी लगाकर देख रहे हैं और इस प्रकार के मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर भी हैं।
सांसद बेनीवाल ने कहा कि लोगों ने अब वैक्सीनेशन भी करवा लिया तथा मेला मैदान का क्षेत्रफल 200 बीघा से अधिक है और सरकार जब अन्य कार्यक्रमों के आयोजन के लिए भी स्वीकृति दे रही है। ऐसे में मेले की स्वीकृति देना किसानों तथा पशुपालकों के हित में होगा। क्योंकि कोरोना के संकट काल में किसानों व पशुपालकों की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हुई, ऐसे में यह मेला उनके लिए काफी लाभकारी होगा। सांसद ने मामले को लेकर पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया, पशुपालन विभाग की शासन सचिव आरुषि मलीक व पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक से दूरभाष पर भी वार्ता की। साथ ही कलक्टर नागौर को भी पत्र भेजा। इस दौरान विभिन्न गांवों से आए किसानों व पशुपालकों ने सांसद को भी मेले के आयोजन को लेकर ज्ञापन सौंपा।
नागौर के राज्य स्तरीय श्री रामदेव पशु मेले के आयोजन को लेकर बुधवार को डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष हनुमान बांगड़ा ने कृषि एवं पशुपालन विभाग मंत्री लालचंद कटारिया से बात की। विधायक मिर्धा व अध्यक्ष बांगड़ा ने मंत्री को बताया कि किसानों एवं पशुपालकों के हित में मेले का आयोजन करवाना आवश्यक है। यदि एक बार मेला रद्द हो गया तो फिर बाहरी राज्यों से आने वाले व्यापारी आना बंद कर देंगे और इसका खमियाजा नागौर को भुगतना पड़ेगा। विधायक ने बताया कि मेला मैदान काफी बड़ा है, ऐसे में कोरोना की गाइडलाइन की पालना भी आसानी से हो जाएगी।