दोपहर में धीमी हुई मतदान की गति
हालांकि मतदाताओं ने गत लोकसभा चुनाव की तुलना में ज्यादा वोट दिए, लेकिन गर्मी का असर दिखाई दिया। सुबह 9 बजे तक करीब 14 प्रतिशत, 11 बजे तक 29 प्रतिशत और दोपहर एक बजे तक करीब 44 प्रतिशत मतदान हुआ, वहीं एक से तीन बजे के बीच मतदान की गति धीमी हो गई। 3 बजे तक 51 प्रतिशत मतदान ही हो पाया, जबकि पांच बजे तक 58.72 प्रतिशत मतदान हो पाया।
हालांकि मतदाताओं ने गत लोकसभा चुनाव की तुलना में ज्यादा वोट दिए, लेकिन गर्मी का असर दिखाई दिया। सुबह 9 बजे तक करीब 14 प्रतिशत, 11 बजे तक 29 प्रतिशत और दोपहर एक बजे तक करीब 44 प्रतिशत मतदान हुआ, वहीं एक से तीन बजे के बीच मतदान की गति धीमी हो गई। 3 बजे तक 51 प्रतिशत मतदान ही हो पाया, जबकि पांच बजे तक 58.72 प्रतिशत मतदान हो पाया।
गिनाणी में ईवीएम बंद, बदलनी पड़ी
नागौर शहर के गिनाणी बालिका विद्यालय में बनाए गए एक बूथ पर दोपहर करीब तीन ईवीएम खराब हो गई, जिसके चलते दूसरी ईवीएम लगाकर मतदान शुरू करवाया गया। इसी प्रकार मकराना में बूथ संख्या 93 पर सुबह आधे घंटे तक ईवीएम बंद रही।
नागौर शहर के गिनाणी बालिका विद्यालय में बनाए गए एक बूथ पर दोपहर करीब तीन ईवीएम खराब हो गई, जिसके चलते दूसरी ईवीएम लगाकर मतदान शुरू करवाया गया। इसी प्रकार मकराना में बूथ संख्या 93 पर सुबह आधे घंटे तक ईवीएम बंद रही।
मतदाताओं की तबीयत खराब
बुड़सू के बूथ संख्या 69 पर वोट देने आई एक महिला मतदाता की तबीयत खराब होने से उसे बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया। वहीं नागौर विधानसभा के भाकरोद में वोट देने पतासी देवी की तबीयत खराब हो गई, जिसे व्हीलचैयर पर बैठाकर बाहर लाए तथा बाद में निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया।
बुड़सू के बूथ संख्या 69 पर वोट देने आई एक महिला मतदाता की तबीयत खराब होने से उसे बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया। वहीं नागौर विधानसभा के भाकरोद में वोट देने पतासी देवी की तबीयत खराब हो गई, जिसे व्हीलचैयर पर बैठाकर बाहर लाए तथा बाद में निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया।
शादी से पहले वोट देने
जिले में कई स्थानों पर दूल्हे तथा दुल्हनें फेरे लेने से पहले वोट देने मतदान केन्द्र पहुंचे तथा अपने कत्र्तव्य का पालन करते हुए वोट दिया। परबतसर के ललाणा गांव में बूथ संख्या 203 पर एक दूल्हा घोड़ी पर बैठकर वोट देने पहुंचा।
जिले में कई स्थानों पर दूल्हे तथा दुल्हनें फेरे लेने से पहले वोट देने मतदान केन्द्र पहुंचे तथा अपने कत्र्तव्य का पालन करते हुए वोट दिया। परबतसर के ललाणा गांव में बूथ संख्या 203 पर एक दूल्हा घोड़ी पर बैठकर वोट देने पहुंचा।
वोट देने के बाद ली आखरी सांस
जायल विधानसभा के रुणियां गांव के बूथ नम्बर 137 पर सुबह साढ़े 10 बजे 75 वर्षीय रामचंद्र गोलिया ने अपने जीवन का आखरी वोट दिया। मतदान केंद्र पर वोट डालकर जैसे ही अपने घर पहुंचे तो ह्रदयघात हो गया और जीवन की आखरी सांस ले ली। परिवार के सभी लोगों ने दाह संस्कार के बाद मतदान केंद्र पंहुचकर मतदान करके लोकतंत्र के पर्व का सम्मान किया।
जायल विधानसभा के रुणियां गांव के बूथ नम्बर 137 पर सुबह साढ़े 10 बजे 75 वर्षीय रामचंद्र गोलिया ने अपने जीवन का आखरी वोट दिया। मतदान केंद्र पर वोट डालकर जैसे ही अपने घर पहुंचे तो ह्रदयघात हो गया और जीवन की आखरी सांस ले ली। परिवार के सभी लोगों ने दाह संस्कार के बाद मतदान केंद्र पंहुचकर मतदान करके लोकतंत्र के पर्व का सम्मान किया।