जिला मुख्यालय के जेएलएन राजकीय अस्पताल की स्थिति यह है कि डॉक्टरों के अभाव में ज्यादातर वार्ड खाली हो गए हैं। जो गंभीर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं, उन्हें भी हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है।
जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था सुचारू रखने के लिए सोमवार को चिकित्सा अधिकारियों की बैठक लेकर एक ओर जहां भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े निजी अस्पतालों का सहारा लेने के निर्देश दिए, वहीं आयुर्वेद विभाग के करीब 95 चिकित्सकों को जिलेभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नियुक्त करने के आदेश करवाए हैं। वहीं नागौर सहित लाडनूं, डीडवाना व कुचामन के पीएमओ अस्पताल में कुछ चिकित्सकों की व्यवस्था की गई है, जिनमें कुछ आयुर्वेद चिकित्सक हैं तो कुछ प्रोबेशन काट रहे एलोपैथिक डॉक्टर हैं, लेकिन एलोपैथिक डॉक्टर अस्पताल में सेवा नहीं दे रहे हैं। इसके चलते व्यवस्था सुचारू नहीं हो पा रही है।
सरकारी चिकित्सकों के सामूहिक अवकाश पर चले जाने के कारण चिकित्सा सेवाएं बाधित न हो, इसके लिए नागौर में निजी चिकित्सक स्वेच्छा से सरकार की मदद करेंगे। इसके लिए नागौर शहर के निजी अस्पतालों के संचालक चिकित्सकों ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में हुई बैठक में मानव सेवार्थ अपनी स्वीकृति दी। कलक्टर कुमारपाल गौतम के निर्देश पर शाम को सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप और एसडीएम परसाराम टाक ने शहर के निजी अस्पतालों के संचालक चिकित्सकों की बैठक बुलाई। सीएमएचओ डॉ. कश्यप ने बताया कि सभी निजी अस्पतालों के संचालकों ने एक स्वर में कहा कि वे गंभीर मरीजों की चिकित्सा सेवा में हर संभव तत्काल मदद करेंगे। इसके लिए सरकारी एम्बुलेंस सेवा के साथ-साथ उनकी निजी एम्बुलेंस वाहन भी गंभीर मरीजों के लिए हर समय उपलब्ध रहेंगे।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से बड़ी संख्या में संविदा पर एएनएम की नियुक्ति की गई है। इस व्यवस्था के तहत नागौर जिले को 275 एएनएम मिली हैं, जिनका पदस्थापन सोमवार को कर दिया गया। सीएमएचओ डॉ. कश्यप ने बताया कि जिले में जिन उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर एएनएम का पद रिक्त था, वहां पर मुख्यालय की ओर से संविदा पर भर्ती की गई नई 275 एएनएम का पदस्थापन देकर उन्हें नियुक्ति दे दी गई हैं।
पीएचसी पर 95 आयुर्वेद चिकित्सक देंगे सेवाएं
सेवारत चिकित्सकों के सामूहिक इस्तीफे सौंपने के बाद सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था संभालने के लिए कलक्टर के निर्देश पर जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. रामगोपाल शर्मा ने सोमवार को आदेश जारी कर जिलेभर में कार्यरत 95 आयुर्वेद चिकित्सकों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगाया गया है। आयुर्वेद अधिकारी ने एक और आदेश जारी कर सेवारत चिकित्सकों के काम पर लौटने तक आयुर्वेद चिकित्सकों की छुट्टियां भी रद्द कर दी हैं।