शहर में कई व्यापारियों ने सुबह से ही दुकानें नहीं खोली, जबकि कुछ ने बंद को समर्थन देने की बजाय निर्धारित समय पर दुकानें खोल दी। उधर, जिला मुख्यालय पर बंद को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के नागौर प्रभारी निजामुद्दीन के नेतृत्व में नगर परिषद सभापति कृपाराम सोलंकी, प्रेमसुख जाजड़ा, यूथ कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष हनुमान बांगड़ा, कांग्रेस के नागौर ब्लॉक अध्यक्ष गणपतराम सारण, भगवानाराम तांडी, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष दिलफराज खान, सोहनराम खिलेरी, तबरेज खान, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजेन्द्र डूकिया सहित कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी सुबह साढ़े 9 बजे गांधी चौक में एकत्र हुए तथा दुकानें खोलने वाले व्यापारियों को बंद में समर्थन देने के लिए कहा। जिन व्यापारियों ने कांग्रेसियों के कहने पर दुकानें बंद नहीं की, उनके कांग्रेसियों ने जबरदस्ती बंद करवा दी। इसका कुछ दुकानदारों ने विरोधी भी जताया, लेकिन पुलिस के बीच-बचाव से स्थिति बिगडऩे से बच गई।
दुकानदारों का कहना है कि चुनाव नजदीक आए तो कांग्रेस को महंगाई याद आ रही है। पांच साल तक पेट्रोल-डीजल के भावों में बढ़ोतरी होती रही, लेकिन किसी ने विरोध नहीं किया। अब वोटों की राजनीति के लिए यह सब हो रहा है। कुछ दुकानदारों ने कहा कि गत 6 सितम्बर को सवर्णों ने बंद करवाया और अब कांग्रेस। आगे फिर किसी मुद्दे पर भारत बंद करवाएंगे। रोज-रोज बंद होने से उनके धंधे पर विपरीत असर पड़ रहा है।
डीडवाना. शहर के बाजारों में सुबह से सभी प्रतिष्ठान बंद है। सदर बाजार, नागौरी गेट, स्टेशन रोड, रोयल मार्केट में बंद का असर पूरी तरह से नजर आ रहा है। सुबह आठ बजने के साथ ही बाजारों में नजर आने वाली भीड़ नजर नहीं आ रही है। सभी बाजारों में सन्नाटा पसरा है।
लाडनूं में पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के विरोध में भारत बंद के आह्वान पर कस्बा बंद है। दुकानदारों ने अपनी दुकानें स्वत: ही बंद रखी। शहर के राहु गेट, सदर बाजार, रेलवे स्टेशन रोड पर नहीं खुली दुकानें।
मौलासर में भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों एवं राफेल घोटाले के विरोध में भारत बंद के आह्वान पर बंद का मिला-जुला असर रहा। कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें स्वत: रखी बंद तो अधिकतर दुकाने खुली हैं। मुख्य बस स्टैंड सहित धनकोली मार्ग, मेन बाजार, डीडवाना रोड व कुचामन रोड की अधिकांश दुकानें भी खुली हैं।
छोटी खाटू में भारत बंद को लेकर कस्बे के सभी व्यापारी लोगों ने अपनी दुकानों को कर रखा है बंद। कस्बे में शान्ति का माहौल।