खींवसर विधायक ने कहा कि यह मंच एक पार्टी और व्यक्ति विशेष का नहीं है, ऐसे मंच से हमें समाज हितों के लिए संघठित होकर संदेश देने की जरूरत है, लेकिन दुर्भाग्य से पार्टियों की गोद में बैठे नेताओं ने इस मंच पर आना मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी के डर से तेजाजी के मेले में आना अच्छा नहीं समझते, उन्हें सबक सिखाने का वक्त आ गया है। विधायक ने कहा कि देश-प्रदेश के बड़े मेलो में सरकार अपने इंतजाम करवाती है लेकिन तेजाजी के मेलों की सरकार उपेक्षा करती है।
खरनाल मेले में धर्म सभा को संबोधित करते हुए रिटायर्ड डीआईजी सवाईसिंह चौधरी कहा ने कि तेजाजी ने गोवंश को बचाने के लिए बलिदान दिया था, जो सदियों तक याद रहेगा। उन्होंने कहा कि युवा इससे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें व प्रदेश में परिवर्तन लाए। सर्व समाज व सभी जाति के लोग मिलकर सहयोग करेंगे, तभी प्रदेश का विकास होगा। आज के समय में युवाओं को रोजगार की आवश्यकता है, जिसके लिए शिक्षा जरूरी है। आमजन में जागरुकता होगी, तभी हम आगे बढ़ेंगे।
इस मौके पर राजस्थान विश्वविद्यालय अध्यक्ष विनोद जाखड़, उपाध्यक्ष रेणु चौधरी, कांग्रेस नेता साबिर हुसैन, जोधपुर विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष सुनिल चौधरी, पूर्व अध्यक्ष कांता ग्वाला, पूर्व सरपंच रेवंतराम डांगा, कांग्रेस नेता प्रेमसुख जाजड़ा, छात्र नेता चेतन ग्वाला, जगदीश जाखड़, महेन्द्र सारण, महेन्द्र ग्वाला, मिर्धा कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष हनुमान लोमरोड़, माडी बाई कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष सीता चौधरी, पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र भाकल, पांचू प्रधान भंवरलाल, महारानी कॉलेज की अध्यक्ष नीतू बलारा सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस दौरान मनजीत खालिया पार्टी द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष सुखराम खुडख़ुडिय़ा, हरिराम जाजड़ा, शिवकरण धौलिया, ओमप्रकाश गोदारा आदि उपस्थित रहे।