26 जनवरी को खींवसर विधानसभा के खजवाना गांव में आयोजित ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम में दोनों नेता न केवल मंच पर एक साथ दिखे, बल्कि पूर्व विधायक मिर्धा ने अपने उद्बोधन में जमकर विधायक बेनीवाल की प्रशंसा की। मिर्धा ने विधायक बेनीवाल को राजस्थान में युवाओं की धडकऩ व किसानों का दबंग नेता बताया तथा कहा कि जो मर्द नेता कहलाते हैं, वो हनुमान बेनीवाल हैं। मिर्धा ने यह भी कहा कि सैनिक देश की सीमा पर काबिलेतारीफ सेवा कर रहे हैं और उसी लाइन पर हनुमान बेनीवाल चल कर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नाथूराम मिर्धा के बाद एक हनुमान बेनीवाल है, जिसने अपने दम पर राजस्थान में तीन लोगों को जीताया। लोगों को खुद की जीत में पसीने आ जाते हैं। उन्होंने ग्रामीणों को एकजुट रहने तथा मिलजुल कर विकास के काम करने की बात कही।
जानकारी के अनुसार खजवाना में आयोजित एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम में आयोजकों ने कांग्रेस नेताओं के साथ हनुमान बेनीवाल को भी आमंत्रित किया। आयोजकों के बुलावे पर कार्यक्रम में पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा व लाडनूं विधायक मुकेश भाकर पहले पहुंच गए। दोनों नेताओं के कार्यक्रम से निकलने के बाद विधायक बेनीवाल व पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा एक ही गाड़ी में बैठकर खजवाना पहुंचे तथा मंच साझा कर उद्बोधन भी दिया। दोनों नेताओं के साथ आने से राजनीतिक गलियारों में चर्चा का दौर गर्म हो गया है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में पूर्व सांसद मिर्धा ने अपने चाचा रिछपाल मिर्धा के बेटे विजयपाल मिर्धा के समर्थन में प्रचार नहीं किया था, जबकि परबतसर, लाडनूं, डीडवाना व खींवसर में जमकर प्रचार किया था। इसके बाद रिछपाल मिर्धा ने लोकसभा चुनाव में ताल ठोकने की बात कही और गत दिनों बैठक में आवेदन भी पेश किया था। यह भी चर्चा है कि चाचा-भतीजी के बीच विधानसभा चुनाव से पटरी नहीं बैठ रही है।