इस अवसर पर मिर्धा कॉलेज के प्राचार्य एमपी बजाज ने कहा कि हार व जीत एक ही सिक्के के दो पहलू है। कभी कभार हार मे भी जीत छीपी होती है, इसलिए खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। प्रतियोगिता के दौरान टॉस जीतकर मिर्धा कॉलेज टीम ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, जिसमें 25 ऑवर में 122 रन बनाए, जिसमें सर्वाधिक हिमांशु चौधरी ने 46 रन बनाए। इस प्रकार जवाबी बैटिंग में मेड़ता टीम 14.5 ऑवर में 71 रन पर ही ऑल आउट हो गई। इस प्रकार मिर्धा कॉलेज के रविन्द्रसिंह को शानदार गेंदबाजी करके 5 विकेट लेने पर मेन ऑफ द मैच दिया गया। आगामी मैच शनिवार को मिर्धा कॉलेज व कुचामन कॉलेज के बीच खेला जाएगा।
इस दौरान पुस्तकालयाध्यक्ष सीताराम तांडी, डॉ. शंकरलाल जाखड़, सह आचार्य हेमाराम धुंधवाल, खेल प्रशिक्षक हिमांशु शर्मा, प्रोफेसर भूपेश, प्रोफेसर सुरेन्द्र कागट, अरूण बोहरा, प्रोफेसर गजेन्द्र शर्मा, मेड़ता कॉलेज के प्रभारी रविन्द्र प्रकाश आचार्य, खेल प्रशिक्षक एवं एम्पायर जगदीश ईनाणियां, प्रदीप उपाध्याय, हरेन्द्र तांडी, मुकेश प्रजापत सहित अनेक दर्शक मौजूद रहे।