scriptवीडियो में देखिए, नागौर-खींवसर की एएनएम के कलक्ट्रेट में गूंजे नारे, जानिए क्यों? | Video : Nagaur ANM Association march on collectorate | Patrika News

वीडियो में देखिए, नागौर-खींवसर की एएनएम के कलक्ट्रेट में गूंजे नारे, जानिए क्यों?

locationनागौरPublished: Mar 21, 2018 01:50:35 pm

Submitted by:

shyam choudhary

एएनएम एसोसिएशन ने किया कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन, टांकला स्वास्थ्य केन्द्र की एएनएम आयचुकी देवी को निलम्बित करने के विरोध में निकाली आक्रोश रैली

Nagaur ANM Association

Nagaur ANM Association march on collectorate

नागौर. जिले के खींवसर तहसील क्षेत्र के टांकला उप स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसूता जेतू की मौत मामले में एएनएम आयचुकी को निलम्बित करने के विरोध में बुधवार को एएनएम एसोसिएशन की ओर से जिला मुख्यालय पर आक्रोश रैली निकाली गई। नागौर व खींवसर ब्लॉक की एएनएम ने कलक्ट्रेट पर नारेबाजी कर निलम्बित एएनएम को बहाल करने तथा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की। काफी देर तक प्रदर्शन करने के बाद एएनएम एसोसिएशन ने कलक्टर के नाम एडीएम अशोक कुमार को ज्ञापन सौंपकर बताया कि एएनएम आयचुकी को राजनीतिक दबाव के चलते निलम्बित किया गया है, जबकि एएनएम ने उपचार में कोई कौताही नहीं बरती थी।
गौरतलब है कि गत 13 मार्च को टांकला गांव के उप स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार के दौरान आकला निवासी प्रसूता जेतू पत्नी नारायणराम मेघवाल की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजन व समाज के लोग शव लेकर स्वास्थ्य केन्द्र के सामने धरने पर बैठ गए थे। परिजनों की मांग पर चिकित्सा विभाग ने एएनएम आयचुकी देवी को निलम्बित कर दिया था। ग्राम टांकला के उप स्वास्थ्य केन्द्र पर 13 मार्च को एक प्रसूता की उपचार के दौरान मौत होने पर परिजन व ग्रामीण उप स्वास्थ्य केन्द्र के सामने शव रखकर धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारी एएनएम पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे। ग्रामीण एएनएम को निलम्बित करने एवं प्रसूता के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग को लेकर अड़े रहे।
एएनएम निलम्बित होने पर 24 घंटे बाद उठाया शव
ग्राम टांकला के उप स्वास्थ्य केन्द्र पर मंगलवार को एक प्रसूता की उपचार के दौरान हुई मौत के मामले में 14 मार्च को आरोपित एएनएम को निलम्बित कर दिया गया। मृतका के परिजनों को 10 लाख का मुआवजा देने तथा एएनएम को निलम्बित करने की मांग को लेकर स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर शव रखकर 24 घण्टे से धरने पर बैठे परिजनों ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों के बीच चली समझाइश में एएनएम को निलम्बित करने के बाद ग्रामीण शव उठाने को राजी हुए। दोपहर बाद खींवसर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। एएनएम के खिलाफ मृतका के पति ने खींवसर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है। जानकारी के अनुसार मंगलवार को आकला गांव की प्रसूता जैती पत्नी नारायणराम मेघवाल को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन टांकला के उप स्वास्थ्य केन्द्र लाए। वहां उपचार के दौरान उसकी तबीयत बिगडऩे पर उसे नागौर लाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित करने के बाद परिजनों, ग्रामीणों एवं मेघवाल समाज के लोगों में आक्रोश फैल गया। वे टांकला उप स्वास्थ्य केन्द्र के सामने शव रखकर धरने पर बैठ गए। मंगलवार दोपहर से बुधवार दोपहर तक लोग धरने पर बैठे रहे। कई बार वार्ताओं का दौर चला, लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। बुधवार दोपहर बाद एएनएम को निलम्बित करने और उसके खिलाफ खींवसर पुलिस थाने में मामला दर्ज करने पर परिजन एवं ग्रामीण शव उठाने को राजी हुए। शव का खींवसर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चार सदस्यीय मेडिकल टीम से पोस्टमार्टम करवाया गया।
एएनएम के खिलाफ मामला दर्ज
आकला के नारायणराम मेघवाल ने खींवसर पुलिस थाने में टांकला उप स्वास्थ्य केन्द्र की एएनएम के खिलाफ गलत उपचार के कारण उसकी पत्नी की मौत होने का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस के अनुसार नारायणराम ने दर्ज करवाई रिपोर्ट में बताया कि एएनएम आयचुकी ने उसकी पत्नी के तीन इंजेक्शन लगाए थे। इंजेक्शन लगते ही जैतु की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई। जब एएनएम से इस बारे में पूछा तो उसने उसे यहां से ले जाने को कहा। वो जैतु को लेकर जेएलएन अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रिपोर्ट में दोषी एएनएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
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