यहां पर भी नहीं होगा पंजीयन
नागौर जिले के साथ ही इन जिलों के केन्द्रों में अब मूंग खरीद का पंजीयन नहीं होगा। इन जिलों में अजमेर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, झुंझनू, जोधपुर, करौली, पाली सीकर एवं टोंक आदि शामिल हैं।
इस तरह चला पंजीयन का खेल
गत तीन अक्टूबर को पंजीयन शुरू हुआ और चार अक्टूबर की शाम को बंद हो गया। इस दौरान कुछ काश्तकारों ने पंजीयन करा लिए, जबकि कई काश्तकार उस दौरान चल रही हड़ताल के कारण गिरदावरी नहीं होने की वजह से पंजीयन नहीं करा सके। इसके बाद दो बार पुन: पंजीयन हुआ, लेकिन महज दो-दो घंटे के लिए। इसके बाद दोबारा मूंग खरीद का पंजीयन जिले के किसी भी केन्द्र में नहीं हो पाया। इस दौरान ईमित्रों मेें राजफेड की ओर से यह संदेश आया कि अब किसानों का पंजीयन निकटवर्ती खरीद केन्द्रों में होगा। जानकारी मिलने पर काश्तकार खरीद केन्द्रों में पहुंचे तो वहां पर पता चला कि इस तरह का कोई आदेश नहीं आया है। पंजीयन के इस खेल में परेशान किसान प्रशासन को कोसते हुए निकल गए। इस संबंध में राजफेड के अजमेर कार्यालय के संभागीय स्तर के अधिकारी विजय सिंह शेखावत से बातचीत करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला।
इनका कहना है…
राजफेड की ओर स्पष्ट रूप से जानकारी आ चुकी है कि नागौर जिले सभी नौ केन्द्रों में मूंग पंजीकरण की क्षमता खत्म हो गई है। अब मूंग खरीद के लिए फिलहाल पंजीयन नहीं हो सकेगा।
जी. आर. गोदारा, उप-रजिस्ट्रार सहकारिता नागौर