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Video : श्रमदान से निखरे नाडी-तालाब, लिया जल की बूंद-बूंद बचाने का संकल्प

locationनागौरPublished: May 13, 2018 05:58:43 pm

Submitted by:

shyam choudhary

राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम् अभियान के तहत जिले में आठ जगह श्रमदान कार्यक्रम आयोजित, नागरिकों ने पत्रिका के साथ मिलकर ऐतिहासिक तालाबों को किया साफ

Amritam Jalam campaign

Resolved to save the drops of water

नागौर. पारम्परिक जल स्रोतों की साफ-सफाई, सौंदर्यकरण एवं जीर्णोद्धार के साथ जल का महत्व बताने और जल संरक्षण की अलख जगाने के लिए राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम् अभियान के तहत आम नागरिकों के साथ जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय सहित जिले के आठ तालाबों व नाडियों में श्रमदान कर साफ-सफाई की। नागौर के जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक व प्राचीन जड़ा तालाब, डीडवाना कस्बे के सिंघी तालाब, मौलासर के पकोड़ा तालाब, डेगाना के कीतलसर स्थित सार्वजनिक छतरियों की नाडी (छोटा तालाब), लाडनूं के जसवन्तगढ़ स्थित जोधानाडी तालाब, कुचामन की त्रिसिंगिया ग्राम पंचायत की नाडी, मींडा की हाथी टीबा तलाई तथा कुचेरा के निकट बच्छवारी ग्राम पंचायत के जूनी बच्छवारी नाडी में लोगों ने श्रमदान की पसीना बहाया।
राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम् अभियान के तहत रविवार को नागौर मुख्यालय पर शहर के ऐतिहासिक जड़ा तालाब पर श्रमदान कार्यक्रम हुआ, जिसमें प्रशासनिक अधिकारी, सरकारी कर्मचारी, विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं, मातृ शक्ति ने भाग लेकर पसीने की बूंदें बहाते हुए तालाब का कचरा साफ किया। नगर परिषद की दो जेसीबी मशीनों के माध्यम से तालाब के आस-पास उगी हुई बबूल कि झाडिय़ां हटाई गई। इस अवसर पर सभापति कृपाराम सोलंकी ने कहा कि पत्रिका के इस अभियान की जितनी तारीफ की जाए वो कम है। नागौर प्रधान ओम प्रकाश सैन ने कहा कि अभी तो पत्रिका ने शुरुआत की है, आगे तो बहुत सारे तालाब सुधारने बाकि हैं। इस दौरान उपखंड अधिकारी परसाराम टाक ने राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम् अभियान के तहत पानी बचाने तथा बूंद-बूंद संजोने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहरवासियों ने भाग लिया।
 

डीडवाना में राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम् अभियान के तहत प्राचीन सिंघी तालाब में श्रमदान किया गया। इस दौरान पालिकाध्यक्ष ग्यारसी देवी, थानाधिकारी जितेंद्र सिंह सहित कई लोगों ने सहभागिता निभाई। श्रमदान कार्यक्रम में अनेक सामाजिक और स्वयंसेवी संगठनों के लोगों ने भाग लेकर पसीना बहाया।
डीडवाना उपखंड के ही मौलासर कस्बे के पकोड़ा तालाब में राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम् अभियान के तहत श्रमदान किया गया। श्रमदान में मौलासर प्रधान जलाराम भाकर, सरपंच संघ अध्यक्ष हनुमान पूनिया व पंचायत समिति सदस्य चैनाराम बलारा सहित कई लोगों ने सहभागिता निभाई। अभियान के पहले दिन ग्रामीणों के अलावा श्रीबालाजी कोचिंग संस्थान के युवाओं ने श्रमदान किया। वन विभाग के कर्मचारियों ने भी भागीदारी निभाई। तालाब में विभिन शिक्षण संस्थाओं की ओर से 7 दिन तक शिविर लगा कर सफाई करेंगे।
डेगाना की ग्राम पंचायत कीतलसर की ऐतिहासिक धरोहर व प्राचीन जलस्रोत सार्वजनिक छतरियों की नाडी (छोटा तालाब) को साफ-स्वच्छ करने के साथ श्रम की बूंदों से नाडी का स्वरूप बदल गया। अमृतं जलम् अभियान में उपखंड प्रशासन, डेगाना पुलिस थाना, ग्राम पंचायत सभी ने निभाई भागीदारी निभाई। एसडीएम रविन्द्र चौधरी, पुलिस डीएसपी अंतरसिंह श्योराण, सीआई रामवीर जाखड़, एईएन महावीर बांगडा, समाजसेवी रतनलाल बुगालिया, ग्राम सेवक सुभाष महिया सहित ने किया श्रमदान। श्रमदान में महिलाओं सहित ग्रामीणों ने भी उत्साह दिखाया। पुलिस विभाग ने सहयोग करते हुए अभियान के लिए पांच ट्रेक्टर ट्रॉलिया व जेसीबी मशीन लगाई।
लाडनूं उपखंड के जसवन्तगढ़ के जोधानाडी तालाब में राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम् अभियान के तहत श्रमदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें युवाओं व गणमान्य लोगों ने श्रमदान कर तालाब को साफ किया। कार्यक्रम की शुरुआत गांव के गणमान्य व्यक्ति ओमशंकर गरवा ने की।
कुचामन सिटी की त्रिसिंगिया नाडी में एसडीएम रामसुख गुर्जर ने अमृतं जलम् अभियान की शुरुआत की। पत्रिका मानव मित्र संस्थान की ओर से ग्राम पंचायत सहित प्रशासन व समाजसेवी लोगों ने श्रमदान किया। श्रमदान में करीब 150 लोगों ने भाग लिया।
नावां के निकट मींडा गांव में राजस्थान पत्रिका द्वारा चलाए गए अभियान अमृतं जलम् के तहत रविवार को बचनाश्रम सेवा समिति, मींडा विकास सेवा समिति के साथ कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हाथी टीबा तलाई में श्रमदान किया। इस दौरान तलाई में कंटीली झाडिय़ों और कचरे की सफाई की गई । इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि राजस्थान पत्रिका के द्वारा चलाई गई मुहिम अमृतं जलम् जल स्रोतों को बचाने का सशख्त माध्यम बनेगा।

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