तहसील स्तरीय पशुधन आरोग्य चल इकाई योजना के तहत राज्य सरकार ने वर्ष २०१५ में १५-१५ लाख रुपए जारी कर भवन बनाने के लिए राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड को कार्यादेश जारी किए। अब निर्माण एजेंसी ने नागौर, खींवसर, जायल, डेगाना, मेड़ता सहित अन्य स्थानों पर भवन बनाकर तैयार कर दिए है, लेकिन विभाग उन्हें टेकऑवर नहीं कर रहा। अब निर्माण एजेंसी के अधिकारी पशुपालन विभाग को भवन अपने अधीन लेने के लिए पत्र लिख रहे हैं ।
बजट व स्टाफ की कमी से जूझ रहे
राज्य सरकार के आदेश पर तहसील स्तरीय पशुधन आरोग्य चल इकाई बंद कर दी गई। इसके बाद नागौर जिले में नागौर, मेड़ता व जायल में जिला मोबाइल इकाई बनाई गई, लेकिन उनका भी बजट व स्टाफ के अभाव में संचालन नहीं हो पा रहा है। जहां तक तहसील स्तर पर बने भवनों का सवाल है तो इस सम्बन्ध में हमें अब तक ऊपर से कोई स्पष्ट निर्देश नहीं हैं, जिसके चलते वे भी हम अपने अधीन नहीं ले रहे हैं।
– डॉ. महेश मीणा, संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग, नागौर