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वीडियो : इस महिला ड्राइवर का सच जानकर रह जाएंगे हैरान, मकराना से बीदासर के बीच चलाती है बस

locationनागौरPublished: Mar 05, 2018 08:15:44 pm

Submitted by:

shyam choudhary

बस चलाते वीडियो हुआ वायरल, महिला घुंघट में ड्राइविंग करे और वो भी सवारी बस की तो कौतूहल का विषय हो जाता है

bus runs between Makrana and Beedasar

Wondering about the truth of the female driver

नागौर. मॉर्डन युग की महिलाओं को बाइक या कार चलाते हुए तो आपने खूब देखा होगा, लेकिन यदि कोई महिला घुंघट में ड्राइविंग करे और वो भी सवारी बस की तो कौतूहल का विषय हो जाता है। राजस्थान की वेशभूषा में सजी एक औरत प्राइवेट बस की चालक सीट बैठकर जिस प्रकार ड्राइव करती है, उसे देखकर कोई हैरान रह जाता है। मकराना से वाया कुचामन, डीडवाना, लाडनूं, सुजानगढ़ होते हुए बीदासर तक चलने वाली इस बस को एक महिला द्वारा चलाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो होली के दिन बनाया गया है।

दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की पत्रिका ने हकीकत जानी तो चौंाकने वाला सच सामने आया। जहां होली का नाम आ जाए, वहां मस्ती और मजाक होना भी लाजमी है। मकराना व बीदासर के बीच प्राइवेट बस चलाने वाले चालक सांवरलाल ने होली पर कुछ अलग करने के लिए महिला का वेश धर लिया। यही नहीं, वे न केवल साड़ी पहनकर बस स्टैण्ड पहुंचे, बल्कि उन्होंने होली के दिन बस भी महिला के वेश में चलाई। लोगों को पता नहीं चले, इसके लिए उन्होंने पूरे रास्ते घुंघट भी निकाले रखा। इस दौरान किसी ने उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जो पिछले दो दिन से चर्चा का विषय बना हुआ है।
जेल के बंदियों ने भी मनाई होली
नागौर. होली रंगों और उमंगों का त्योहार है। राजस्थान पत्रिका ने इस भावना को समझा और छरण्डी के दिन गुरुवार को जेल में बंदियों को स्वरों के मिठास की सौगात दी। जेल में ‘स्वर-साधना’ के कलाकारों की ओर से की गई इस ‘धमाल’ ने न केवल बंदियों के जीवन में होली की मिठास घोली बल्कि परम्परागत होरियों और लोक गीतों से जेल परिसर में मौजूद हर शख्स को आनंदित कर दिया। बंदियों ने भी गायकों के गीतों पर ठुमके लगाए और उनका उत्साह बढ़ाया। जेल उप अधीक्षक श्रवणलाल चौधरी ने कहा कि पत्रिका के इस आयोजन से पता चलता है कि पत्रिका केवल अखबार ही नहीं संस्कार एवं सामाजिक सरोकार के कार्यक्रमों भी अग्रणी रहने वाला संस्थान है। उप अधीक्षक चौधरी ने कहा कि इस तरह के आयोजन हर त्योहार पर होने से बंदियों को भी सुकून मिलता है तथा वे समाज की मुख्यधारा से जुडऩे के सकारात्मक प्रयास करेंगे। नागौर के संपादकीय प्रभारी रूद्रेश शर्मा ने जेल प्रबंधन, कलाकारों, सहयोगियों तथा बंदियों को धन्यवाद दिया। स्ट्राइव फिल्म ने इस पूरे कार्यक्रम की यादों को कैमरे में कैद किया, वहीं मधुर साउण्ड ने गायकों का साथ दिया।

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