दिन – आउटडोर में मरीजों की संख्या
4 सितम्बर – 520
5 सितम्बर – 670
6 सितम्बर – 250
7 सितम्बर – 820
8 सितम्बर – 820
9 सितम्बर – 840
10 सितम्बर – 720
11 सितम्बर – 610
जिले में डेंगू व मलेरिया के मरीज सामने आने शुरू हो गए हैं। जिला मुख्यालय के जेएलएन अस्पताल में पिछले 8-10 दिनामें मलेरिया के 3 तथा डेंगू आधा दर्जन से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं, वहीं मूण्डवा में तीन मरीजों में कोरोना के साथ डेंगू पॉजिटिव भी पाया गया है। चिकित्सकों का कहना है कि बारिश का सीजन समाप्त होने के साथ ही मच्छर पनपना शुरू हो जाते हैं, ऐसे में चिकित्सा विभाग, जिला प्रशासन एवं स्थानीय निकाय को समय रहते इन बीकारियों की रोकथाम के उपाय करने होंगे। अन्यथा कोरोना महामारी के साथ डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों को संभालना मुश्किल हो जाएगा।
गौरतलब है कि शहर के करणी कॉलोनी, नया दरवाजा व माही दरवाजा क्षेत्र में गत वर्ष बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज सामने आए थे। चिकित्सकों का कहना है कि यहां से गुजरने वाले गंदे नाले के चलते यहां मच्छर व लार्वा पनपने की ज्यादा संभावना है, ऐसे में समय रहते फोगिंग, केरोसीन का छिडक़ाव सहित अन्य प्रबंध करने होंगे, नहीं तो स्थिति बिगड़ते देर नहीं लगेगी।
हां, यह सही है कि बारिश का मौसम समाप्त होने व सर्दी का सीजन शुरू होने के समय में मौसमी बीमारियां बढ़ती हैं। इसके चलते सामान्य वायरल के मरीजों की संख्या बढ़ती है। इन बीमारियों से बचने के लिए आमजन को जहां घर व आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। कूलर आदि में जमा पानी को साफ करें तथा साफ पानी पींए। वहीं प्रशासन को समय रहते उचित प्रबंध करने चाहिए, ताकि मच्छर नहीं पनपे।
– डॉ. सुरेन्द्र भाकल, फिजिशियन,