नागौरPublished: Nov 27, 2018 06:13:45 pm
Anuj Chhangani
सामाजिक समरसता में अपनी भागीदारी का आह्वान किया
संविधान दिवस पर मतदान का संकल्प
मूण्डवा. संविधान दिवस के अवसर पर कई विद्यालयों में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। भडाणा के आदर्श विद्या मंदिर में गांव के युवाओं की भी सहभागिता रही। दिनेश धरट ने संविधान दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों से मुखातिब होते हुए कहा कि हमारे देश का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। धरट ने विभिन्न अनुछेदों के बारे में संक्षिप्त जानकारी भी दी साथ ही बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के योगदान के बारे में भी बताया। प्रधानाचार्य हनुमान राम ईनाणियां ने संविधान दिवस के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर सामाजिक समरसता में अपनी भागीदारी का आह्वान किया। कंवरा राम भाकल ने कहा कि संविधान हमें अधिकारों की सुरक्षा करता है तो कर्तव्य भी याद दिलाता है। गांव के दिनेश धरट, जयपालए महिपाल, शैतान राम जेठू, महिपाल, कानाराम प्रजापत, मेघराज भारती, रामसिंह, सागर जांगिड, श्रीपाल,पंकज भारती, जयपाल तिरदिया, मुकेश, रामकैलाश नराधणियां,परमेश्वर जेठू, श्रीपाल सहित कई युवाओं की सहभागिता रही। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। दिनेश मुण्डेल, गरीब राम चौधरी, बबीता कुमारी, हुकमीचंद सहित विद्यालय का भी उपस्थित रहा।
खींवसर. ग्राम भावण्डा में पुलिस द्वारा सोमवार को संविधान दिवस मनाया गया। पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार भावण्डा पुलिस थाना परिसर में सामूहिक रूप से भारत के संविधान की प्रस्तावना को पढा गया। इस दौरान भावण्डा थाने के एएसआई जसवन्त देव रलिया, हैड कानिस्टेबल चेनाराम, कानिस्टेबल प्रकाश ने कस्बे में स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान में अध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं ने संविधान दिवस मनाया तथा भारत के संविधान की प्रस्तावना को एएसआई जसवन्त देव रलिया ने सामूहिक रूप से पढा। स्वीप कार्यक्रम के अन्तर्गत एक दिसम्बर तक आयोजित सरगम सप्ताह के तहत मतदाता जागरूकता की शपथ ली। छात्र-छात्राओं को मतदाता जागरूकता के लिए प्रेरित करने के साथ उन्हें यातायात नियमों की जानकारी दी गई।
बड़ीखाटू . कस्बे में सोमवार को संविधान दिवस मनाया गया। जायल तहसील चौराहा पर लगी अम्बेडकर की प्रतिमा पर लोगों ने पुष्पमाला पहना कर भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर को नमन किया। इस मौके पर युवाओं ने संविधान दिवस के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संविधान सभा के निर्मात्री समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर द्वारा भारतीय संविधान 26 नवम्बर को देश को समर्पित किया। संविधान निर्माण का कार्य 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में पूरा हुआ। गणतंत्र भारत में 26 जनवरी 1950 से संविधान लागू किया गया। कार्यक्रम में काफी लोगों ने शिरकत की और अम्बेडकर के विचारों पर चलने का आह्वान किया।