अतिक्रमियों ने इस जगह रहवासी ढाणी बना रखी थी। रहने के लिए कमरे भी बनाए थे। ऐसे में पूरा अतिक्रमण ध्वस्त करने में टीम को लगभग चार घंटे लग गए। अधिकारियों के नेतृत्व में नगर परिषद के कार्मिक व राजस्व विभाग की टीम लगातार कार्रवाई में डटी रही।
नागौर. डीजे संचालन पर रोक लगाने से डीजे संचालकों की रोजी-रोटी पर संकट आ गया है। इस सम्बंध में संचालकों ने गुरुवार को जिला कलक्टर से रोक हटवाने की मांग की।
ज्ञापन में बताया कि वे शर्तों के तहत डीजे का संचालन कर सकते हैं, लेकिन इसे पूरी तरह से बंद करना उनकी रोजी-रोटी छिन रहा है। डीजे वाहन को तैयार करवाने में लाखों रुपए की लागत आती है। लॉक डाउन के दौरान उनका धंध पूरी तरह बंद था। अब सावों की सीजन में कुछ राहत मिली, लेकिन संचालन बंद करवा दिया गया। इससे वाहन की किस्तेें भी नहीं चुका पाएंगे। ज्ञापन में बताया कि रात को निर्धारित अवधि के बाद डीजे का संचालन बंद रखा जाएगा। साथ ही सड़क पर एवं सरकारी कार्यालयों के आसपास डीजे संचालन पर भी रोक लगा सकते हैं।