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नागौर में लोगों में आक्रोश, एईएन व जेईएन पर गिरी गाज

locationनागौरPublished: May 31, 2019 01:38:48 pm

Submitted by:

Dharmendra gaur

डेम से भरपूर मिल रहा पानी, फिर भी आधा शहर प्यासा, पेयजलापूर्ति में लापरवाही पर एईएन, जेईएन को नोटिस, नागौर शहर में कई मोहल्लों में नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी

नागौर में लोगों में आक्रोश, एईएन व जेईएन पर गिरी गाज

Water Crisis in Nagaur : Notice issues to AEN and JEN

नागौर. शहर में नहरी पानी की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के बावजूद शहरवासियों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। शहर के डेह रोड, शिव कॉलोनी, श्रीराम कॉलोनी, ऑफिसर्स कॉलोनी, भगतावाड़ी, गांछा बस्ती, गरीब नवाज कॉलोनी, ब्रह्मपुरी समेत शहर के कई वार्डों में पेयजल संकट की स्थिति बनी हुई है। गौरतलब है कि नागौर शहर में जलदाय विभाग की ओर से रोजाना 18 एमएलडी से पानी दिया जा रहा है फिर भी आधा शहर प्यासा है। आलम यह है कि सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए बनी ऑफिसर्स कॉलोनी में पिछले कई दिन से पानी नहीं मिल रहा है। कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों को नगर परिषद परिसर स्थित शहरी जलप्रदाय योजना कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।


पेयजलापूर्ति में कर रहे भेदभाव
गुरुवार को शिव कॉलोनी की महिलाओं ने पेयजल वितरण में लापरवाही व भेदभाव करने पर आयुक्त जोधाराम विश्नोई व सभापति कृपा राम सोलंकी के सामने आक्रोश जताया। सभापति सोलंकी ने उनकी समस्या सुनने के बाद शहरी जलप्रदाय योजना अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेयजल समस्या का तत्काल समाधान कर लोगों को राहत दी जाए। महिलाओं का कहना है कि कहीं पानी बर्बाद हो रहा है तो कहीं पानी की बूंद तक नसीब नहीं हो रही है। एक ही गली में पानी वितरण में भेदभाव किया जा रहा है। लोगों को मजबूरी में टेंकर चालकों को 500 से 800 रुपए देकर पानी मंगवाना पड़ रहा है।


पानी देने का कोई समय नहीं
शिव कॉलोनी निवासी गृहिणी निर्मला, मुन्नी समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि पानी देने का कोई समय निर्धारित नहीं है। कभी सुबह, कभी दोपहर तो कभी रात को पानी की सप्लाई दी जाती है, ऐसे में हर समय एक जने को यही ध्यान रखना पड़ता है। उधर, शहर के वार्ड नम्बर 27 के भगतावाड़ी, चिंडकावाड़ी व नाई वाड़ा में पिछले कई दिनों से पेयजल संकट की स्थिति बनी हुई है। पार्षद अमित सारस्वत ने बताया कि गर्मी के दिनों में पानी के अभाव में लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन अधिकारी सुनवाई नहीं करते हैं। गांछा बस्ती में पानी नहीं आने पर महिलाओं ने सभापति सोलंकी को पेयजलापूर्ति सुचारू करवाने की मांग की।

लापरवाही पर दिया है नोटिस
पिछले कुछ दिनों से शहर के कई भागों में पेयजलापूर्ति समस्या है। इसको गंभीरता से नहीं लेने पर एईएन व जेईएन को नोटिस दिया है। अमृत योजना के कार्य के चलते जहां पानी की व्यवस्था सुचारू नहीं है वहां पुरानी लाइनों से ही आपूर्ति देने के निर्देश दिए गए हैं।
जोधाराम विश्नोई, आयुक्त,नगर परिषद नागौर

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