पेयजलापूर्ति में कर रहे भेदभाव
गुरुवार को शिव कॉलोनी की महिलाओं ने पेयजल वितरण में लापरवाही व भेदभाव करने पर आयुक्त जोधाराम विश्नोई व सभापति कृपा राम सोलंकी के सामने आक्रोश जताया। सभापति सोलंकी ने उनकी समस्या सुनने के बाद शहरी जलप्रदाय योजना अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेयजल समस्या का तत्काल समाधान कर लोगों को राहत दी जाए। महिलाओं का कहना है कि कहीं पानी बर्बाद हो रहा है तो कहीं पानी की बूंद तक नसीब नहीं हो रही है। एक ही गली में पानी वितरण में भेदभाव किया जा रहा है। लोगों को मजबूरी में टेंकर चालकों को 500 से 800 रुपए देकर पानी मंगवाना पड़ रहा है।
पानी देने का कोई समय नहीं
शिव कॉलोनी निवासी गृहिणी निर्मला, मुन्नी समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि पानी देने का कोई समय निर्धारित नहीं है। कभी सुबह, कभी दोपहर तो कभी रात को पानी की सप्लाई दी जाती है, ऐसे में हर समय एक जने को यही ध्यान रखना पड़ता है। उधर, शहर के वार्ड नम्बर 27 के भगतावाड़ी, चिंडकावाड़ी व नाई वाड़ा में पिछले कई दिनों से पेयजल संकट की स्थिति बनी हुई है। पार्षद अमित सारस्वत ने बताया कि गर्मी के दिनों में पानी के अभाव में लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन अधिकारी सुनवाई नहीं करते हैं। गांछा बस्ती में पानी नहीं आने पर महिलाओं ने सभापति सोलंकी को पेयजलापूर्ति सुचारू करवाने की मांग की।
लापरवाही पर दिया है नोटिस
पिछले कुछ दिनों से शहर के कई भागों में पेयजलापूर्ति समस्या है। इसको गंभीरता से नहीं लेने पर एईएन व जेईएन को नोटिस दिया है। अमृत योजना के कार्य के चलते जहां पानी की व्यवस्था सुचारू नहीं है वहां पुरानी लाइनों से ही आपूर्ति देने के निर्देश दिए गए हैं।
जोधाराम विश्नोई, आयुक्त,नगर परिषद नागौर