पेयजल समस्या का नहीं हुआ समाधान
किसी प्रकार की पेयजल समस्या नहीं हो
अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि विभागीय पूरी तरह सक्रिय रहे। मोटर जलने, विद्युत व्यवधान होने, पाइप लाइन लीकेज होने के कारण जलापूर्ति में आए व्यवधान का तत्काल समाधान करें ताकि किसी प्रकार की पेयजल समस्या नहीं हो व लोगों को भी परेशान नहीं होना पड़े। जिले में समस्याग्रस्त गांवों व ढाणियों व कस्बों में पेयजल किल्लत होने पर तत्काल टेंकरों के माध्यम से पेजयल उपलब्ध करवाने की व्यवस्था रहेगी। इसको लेकर जिले को पर्याप्त बजट मिलने के बाद जिला स्तरीय कमेटी की ओर से पेयजल परिवहन की दरें अनुमोदित कर दी है। गत दिनों जिला कलक्टर ने भी सभी उपखंड अधिकारियों को पेयजल समस्या वाले स्थानों पर यथासंभव टेंकर से पानी भिजवाने के निर्देश दिए थे।
महिलाओं ने दी आंदोलन की चेतावनी
कंट्रोल रूप में दर्ज होगी शिकायतें
जानकारी के अनुसार वर्तमान में विभाग की ओर से 25 गांवों व 30 ढाणियों में टेंकरों से जलापूर्ति शुरू कर दी गई है। पेयजल समस्या का समाधान करने के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूप स्थापित किया गया है, जिस पर पेयजल संबंधी शिकायतें दर्ज कर संबंधित अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रेषित किया जा रहा है। जिले में हैण्डपम्प मरम्मत के लिए अभियान चल रहा है। योजनाओं के संचालन एवं संधारण के लिए जिले में 17 अतिरिक्त वाहनों व 65 श्रमिकों की स्वीकृति जारी की गई है। जिले के अलग-अलग गांवों में आरओ प्लांट का संचालन करने वाली एजेंसियों को सुचारू संचालन के निर्देश दिए गए हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विभाग मतदान केन्द्रों पर भी सरपंच, बीएलओ से समन्वय स्थापित कर पेयजल व्यवस्था की जा रही है।
कार्य योजना पर काम शुरू
गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए पूर्व में निर्धारित कार्य योजना पर काम शुरू हो गया है। आपातकालीन पेयजल व्यवस्था को लेकर बजट मिल चुका है। जिले में जहां भी जरुरत होगी टेंकरों से भी पानी की आपूर्ति करेंगे।
जेके चारण, अधीक्षण अभियंता (कार्यवाहक), जलदाय विभाग, नागौर