प्रेम कहानी का ये कैसा भयावह अंत...पढिए पूरी कहानी
सुमेर ने खुद के कंधे पर उसका सिर रख अपनी कनपटी पर गोली इसलिए चलाई थी कि गोली पार होगी और प्रेमिका भी साथ में खत्म हो जाएगी।

नागौर. दधवाडी गांव में सुमेर (22) की गोली लगने से हुई मौत का राज खुल गया। सुमेर ने प्रेमिका (20) के साथ मिलकर जान देने का प्लान बनाया था। सुमेर ने खुद के कंधे पर उसका सिर रख अपनी कनपटी पर गोली इसलिए चलाई थी कि गोली पार होगी और प्रेमिका भी साथ में खत्म हो जाएगी। ऐसा नहीं हुआ, युवती के छर्रे लगे। बाद में युवती ने फंदे से लटककर दो बार जान देने की कोशिश भी की, लेकिन छत नीची होने के कारण उसमें सफल नहीं हो पाई। घायल अवस्था में बदहवास सी वो घर जाकर सो गई।
गत रविवार की देर रात देसी कट्टे की गोली से हुई सुमेर की मौत आत्महत्या थी। इसके बाद नागौर एसपी श्वेता धनखड़ के निर्देश पर नागौर एडिशनल एसपी राजेश मीना, मेड़ता सिटी के सीओ विक्रम सिंह ने जांच शुरू की। सीओ नतीशा जाखड़ ने मामले की जांच कर तीन दिन में मामले की सारी गुत्थी सुलझा दी।
सुमेर ने युवती के साथ जान देने के लिए ऐसा किया था। इसके लिए सुमेर ने कुछ दिन पहले ही कट्टा खरीदा था। सुमेर पुणे में फर्नीचर का काम करता था। लॉक डाउन होने के बाद से वह गांव में ही था। पिछले छह महीने से उसका युवती से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। सुमेर वापस पुणे जाने की तैयारी में लगा था। वो युवती को भी साथ ले जाना चाहता था। रविवार की रात करीब दस बजे भंवरुराम का लडका सुमेर खेत में बने मकान पर आया था। रात करीब एक बजे वो बाइक से युवती के घर गया और उसे भी यहीं ले आया।
न चलने पर बिगड़ी बात
सुमेर ने उससे पुणे चलने का मन टटोला। युवती ने इस पर असहमति जताई। इसके बाद सुमेर ने उससे कहा कि साथ जी नहीं सकते तो क्या मर तो सकते हैं। ऐसा कहकर उसने कट्टा निकाला और युवती का सिर कंधे पर रख अपनी कनपटी पर फायर कर दिया। उसने सोचा होगा कि गोली उसके सिर को भेद कर युवती के भी लगेगी पर ऐसा हुआ नहीं। सुमेर का सिर पूरी तरह फट गया, जबकि कुछ छर्रे युवती के सिर पर लगे। इसके बाद सकपकाई युवती नीचे उतरी और फंदा बनाकर जान देने की कोशिश करने लगी। दो बार उसने ऐसा किया पर जब सफल नहीं हुई तो घबराकर घर चली गई।
उधेड़ दी गई परतें
प्रारंभिक जांच में सीओ नतीशा जाखड़ ने पाया कि घटना के बाद युवती के घर पहुंची। युवती की हालत देखकर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी जबान बार-बार यही कह रही थी कि खुद तो चले गया, मैं तो जा भी ना पाई। उसका उपचार किया जा रहा है। मामले की अधिकांश जानकारी बकौल युवती ने दे दी।
पहले शक हुआ भाई पर
मेड़ता सिटी सीओ विक्रम सिंह ने बताया कि वारदात के तुरंत बाद पुलिस का पहला शक प्रेमिका के भाइयों पर गया। बाद में परिस्थितियां और उन्हें देखने के बाद यह दूर हो गया। एक भाई तो नाबालिग निकला। युवती के परिजनों की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। युवती भी कम पढ़ी-लिखी है। उसकी तबीयत में सुधार है। सुमेर ने कुछ महीनों पहले उसे एक साधारण मोबाइल भी दिलवाया था। अब युवती पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज होगा।
इनका कहना
अपरिपक्व समझ का नतीजा था। पुलिस ने हर एंगल से जांच की तब उसकी आत्महत्या करने और अन्य खुलासे हुए। युवती से भी पूछताछ चल रही है। मामले की आगे की दिशा इसकी आईओ नतीशा जाखड़ करेंगी।
राजेश मीना, एएसपी नागौर
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