वन विभाग के मेड़ता रेंजर दौलतराम गोदारा ने बताया कि गुरुवार रात को जहां पगमार्क छोड़े गए थे, वहां से टीम ने शुक्रवार सुबह आगे पगमार्क देखते हुए सघन तलाशी शुरू की। लेकिन बच्छवारी रोड़ के बाद पगमार्क नजर नहीं आए। किसी ने पैंथर देखने की बात भी नहीं कही। उन्होंने बताया कि यह जानवर दिन में आराम करता है तथा रात में चलता है। वैसे क्षेत्र में वन्य जीवों के छिपने की अनुकूल जगह नहीं होने से उसका यहां ठहरना मुश्किल है। पगमार्क के अनुसार वह उत्तर दिशा में कुचेरा की ओर निकल सकता है या इधर- उधर मुडक़र भी आगे बढ़ सकता है। पगमार्क की लोकेशन से आगे सिंचित क्षेत्र होने के कारण सरसों, रायड़ा आदि की खड़ी फसलों में भी छुप सकता है। ऐसे में जब तक कोई उसे देख नहीं लेता या आगे पगमार्क नहीं मिल जाते, उसकी लोकेश ट्रेश करने में परेशानी आएगी।
ये थे टीम में
तलाशी कार्य में जुटी टीम में वन विभाग के एक फोरेस्टर, एक एसिस्टेंट फोरेस्टर, दो कैटल गार्ड व चार गार्ड शामिल थे। टीम ने बुटाटी सरहद में राड़ों की ढाणी, पूनियों की ढाणी, मालों की ढाणी, छरंगों की ढाणी, बुटाटी, सिंधलास, आकेली बी, दुधड़ास व बच्छवारी सरहद में वन्यक्षेत्र की तलाशी ली। टीम को दूसरे दिन भी पगमार्क के अलावा कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी। देवराज मेड़तिया, रामेश्वर चौयल, गौरीशंकर बिश्नोई, सहीराम राड़, पूनाराम राड़, बजरंगलाल बिश्नोई, सुनील राड़, सुरेन्द्र आदि ने राड़ों की ढाणी, पूनियों की ढाणी, छरंगों की ढाणी, मालों की ढाणी व आस पास के वन्य क्षेत्र, नलकूपों पर बोई फसल आदि में सघन तलाशी ली और ढाणियों के बाशिन्दों को सतर्क रहने की सलाह दी।
तलाशी कार्य में जुटी टीम में वन विभाग के एक फोरेस्टर, एक एसिस्टेंट फोरेस्टर, दो कैटल गार्ड व चार गार्ड शामिल थे। टीम ने बुटाटी सरहद में राड़ों की ढाणी, पूनियों की ढाणी, मालों की ढाणी, छरंगों की ढाणी, बुटाटी, सिंधलास, आकेली बी, दुधड़ास व बच्छवारी सरहद में वन्यक्षेत्र की तलाशी ली। टीम को दूसरे दिन भी पगमार्क के अलावा कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी। देवराज मेड़तिया, रामेश्वर चौयल, गौरीशंकर बिश्नोई, सहीराम राड़, पूनाराम राड़, बजरंगलाल बिश्नोई, सुनील राड़, सुरेन्द्र आदि ने राड़ों की ढाणी, पूनियों की ढाणी, छरंगों की ढाणी, मालों की ढाणी व आस पास के वन्य क्षेत्र, नलकूपों पर बोई फसल आदि में सघन तलाशी ली और ढाणियों के बाशिन्दों को सतर्क रहने की सलाह दी।
चार सदस्यीय टीम एक सप्ताह तक करेगी नियमित वॉच
पैंथर क्षेत्र में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाये और क्षेत्र में कही भी दिखे तो त्वरित कार्रवाई के लिए वन विभाग ने छह सदस्यों की टीम को क्षेत्र में एक सप्ताह तक नियमित वॉच के लिए रखा है। रेंजर गोदारा ने बताया कि फोरेस्टर राहुलजीत के नेतृत्व में तीन गार्ड और दो लोकल कैटलगार्ड की टीम बनाकर इस क्षेत्र में एक सप्ताह तक नियमित वॉच के लिए रखा गया है।
पैंथर क्षेत्र में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाये और क्षेत्र में कही भी दिखे तो त्वरित कार्रवाई के लिए वन विभाग ने छह सदस्यों की टीम को क्षेत्र में एक सप्ताह तक नियमित वॉच के लिए रखा है। रेंजर गोदारा ने बताया कि फोरेस्टर राहुलजीत के नेतृत्व में तीन गार्ड और दो लोकल कैटलगार्ड की टीम बनाकर इस क्षेत्र में एक सप्ताह तक नियमित वॉच के लिए रखा गया है।
कुचेरा की गोचर में मिल सकता है आश्रय
पगमार्क के आधार पर पैंथर कुचेरा की ओर बढ़ा है। ऐसे में वह बुटाटी या कुचेरा के बीच सिंचित क्षेत्र में फसलों में छुपा हो सकता है या आगे सिंधलास, आकेली बी व कुचेरा के बीच फैली गोचर में उसे आश्रय मिल सकता है। लेकिन रेंजर गोदारा के अनुसार वह एक जगह रूक नहीं सकता, या तो आगे निकलेगा या इधर -उधर कहीं मूव करेगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना होगा।
पगमार्क के आधार पर पैंथर कुचेरा की ओर बढ़ा है। ऐसे में वह बुटाटी या कुचेरा के बीच सिंचित क्षेत्र में फसलों में छुपा हो सकता है या आगे सिंधलास, आकेली बी व कुचेरा के बीच फैली गोचर में उसे आश्रय मिल सकता है। लेकिन रेंजर गोदारा के अनुसार वह एक जगह रूक नहीं सकता, या तो आगे निकलेगा या इधर -उधर कहीं मूव करेगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना होगा।