कलक्टर यादव ने बताया कि जिले में जरूरतमंद व असहाय लोगों को भोजन व राशन सामग्री उपलब्ध कराने का काम निरंतर जारी है। जिले में अब 21 हजार 845 से ज्यादा भोजन के पैकेट व सूखी राशन सामग्री के पैकेट वितरित किए जा चुके हैं।
एसपी डॉ. विकास पाठक ने कहा कि जिले की सीमाओं पर बनाए गए 16 नाकों पर अब जरूरी सेवाओं को छोडकऱ अन्य वाहनों को सख्ती से रोका जाएगा। उन्होंने कहा कि माल वाहक या जिन्हें सरकार ने पास जारी किए हैं, उनके अलावा जो भी मूवमेंट करेगा, उन वाहनों को जब्त कर चालकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। एसपी पाठक ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति खाने-पीने या अन्य कोई समस्या है तो वह हैल्पलाइन नम्बर पर फोन कर सूचना दें, पुलिस व प्रशासन उस व्यक्ति तक खाना पहुंचाएगा, लेकिन सडक़ों पर घूमने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
जिला कलक्टर यादव ने बताया कि राहत की बात है कि जिले में अब तक कोई भी मरीज कोरोना पॉजीटिव नहीं आया है। अब तक कुल 19 मरीजों के सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजा गया है, जिनमें से 16 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि तीन की जांच रिपोर्ट आनी शेष है। सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप ने बताया कि जिले में अब तक 902 ऐसे हैं, जो विदेश से आए हैं। रविवार को 31 लोग विदेश से आए। इनमें 14 दिन का होम आइसोलेशन पूरा करने वालों की संख्या 582 हैं, जबकि 320 ऐसे हैं, जिनको 14 दिन से कम समय हुआ है। जिले में अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या रविवार तक 6139 पहुंच गई, जिनमें 1721 रविवार को ही पहुंचे हैं। रविवार तक जिले में 89 हजार 836 की ओपीडी स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जबकि 2040 सर्वे दलों द्वारा 22.23 लाख लोगों का सर्वे किया जा चुका है।
भीलवाड़ा से 10 दिन पहले नागौर आए एक चिकित्साकर्मी को रविवार को नागौर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सा अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार यह चिकित्साकर्मी भीलवाड़ा के उस अस्पताल में कार्यरत था, जहां कोरोना पॉजीटिव के मरीज सामने आए हैं। यह पिछले 10 दिन से अपने गांव सेंसड़ा में था। रविवार को भीलवाड़ा सीएमएचओ की सूचना पर चिकित्साकर्मी को नागौर असपताल में भर्ती करवाया गया। जांच के लिए सैम्पल जयपुर भेजा जाएगा।