महाप्रबंधक ने बताया कि कोविड के दौरान बंद की गई सभी जनरल व मेल ट्रेनों को रेलवे बोर्ड ने फिर से शुरू करने के आदेश जारी कर दिए। काफी ट्रेने शुरू कर दी गई है और जो बची है उनको भी जीपीएस लगाकर जल्दी ही शुरू कर दिया जाएगा। नागौर से प्रभावित हो रही कुछ ट्रेनों की फिर से समय सारणी बनाकर बोर्ड को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। नई ट्रेने भी शुरू कराने के प्रयास किए जाएंगे।
शर्मा ने बताया कि नागौर स्टेशन पर हाल ही काफी विकास कार्य करवाए गए है। इनसे यात्रियों को सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने बताया कि रेल बजट में उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर जोन के लिए साढ़े छह सौ करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है। कई कार्यों के प्रस्ताव बनाकर रेलवे बोर्ड को भेजे गए है। जैसे-जैसे स्वीकृति मिलती जाएगी काम शुरू करवा दिए जाएंगे। खास बात यह है कि दिसम्बर 2023 तक पूरे राजस्थान में रेलवे ट्रेक के विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया जाना है। इसके लिए तीव्र गति से कार्य जारी है। फुलेरा - जोधपुर के बीच रेलवे लाइन दोहरीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके बाद मेड़ता रोड-बीकानेर के बीच लाइन दोहरीकरण व ट्रेक विद्युतीकरण का कार्य किया जाएगा। एफसीआई गोदाम के पास अण्डरपास बनाने के सवाल पर उनका कहना था कि इसमें रेलवे कुछ नहीं कर सकता है। रेलवे की जमीन के बाहर का क्षेत्र राज्य सरकार के अधीन होता है। इस कारण अण्डरपास का निर्णय राज्य सरकार ही कर सकती है। नागौर-फलोदी व पुष्कर-मेड़ता रेलवे लाइन को पर्यटक सर्किट के रूप में जोडऩे का प्रस्ताव बोर्ड को भेजा हुआ है। इस लाइन को लेकर रेलवे सर्वे भी करवा चुका है। अंतिम निर्णय बोर्ड को ही लेना है। उन्होंने कहा कि नागौर स्टेशन पर एस्केलेटर मशीन लगाने के लिए जल्दी ही विचारकर निर्णय लिया जाएगा।