सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाले कक्षा 1 से 8 के समस्त बच्चों को सोमवार से शुक्रवार तक इन कार्य पुस्तिकाओं का अभ्यास कराया जाएगा। जुलाई से सितंबर की तीन माह की अवधि में प्रत्येक सप्ताह 5 दिन इनका अभ्यास कार्य होगा। शनिवार को विभागीय योजना अनुसार नो बैग डे मनाया जाना प्रस्तावित है। जिसमें गतिविधि आधारित अधिगम प्रस्तावित है।शिक्षक वार विद्यालय
इस कार्यक्रम के तहत समूह का वर्गीकरण करते हुए एकल शिक्षक, 2 शिक्षक और 3 शिक्षक वाले विद्यालयों के लिए पूरी चार्ट बनाई गई है। उसी अनुसार ये कार्यक्रम संचालित होगा। पिछले 2 सालों में विद्यार्थियों को क्रमोन्नत किया गया था, ऐसे में विद्यार्थियों के अध्ययन के प्रति लगाव निरंतर रहे, साथ ही उनकी दक्षता में भी कक्षा के स्तर को भी बरकरार रखने के लिए शिक्षा विभाग का ये नवाचार शुरू किया है।शिक्षकों को यह करना होगा
1. लर्निंग लेवल जानने के लिए 10 जुलाई तक बेसलाइन आकलन करना होगा।2. आकलन के आधार पर 2 समूहों में विभाजन करना होगा। 3. 60 प्रतिशत से अधिक स्कोर वाले छात्र अलग व 60 प्रतिशत से कम स्कोर वाले छात्र अलग किए जाएंगे।4. जुलाई से सितंबर तक कार्य पुस्तिकाओं की पूर्ति करवाई जाएगी।
5. रचनात्मक एवं योगात्मक आकलन किए जाएंगे।6. अध्यापक अभिभावक मीटिंग का आयोजन किया जाएगा। 7. स्वयं का शिक्षण कौशल क्षमता अभिवर्धन किया जाएगा। ----------------------- इनका कहना है..... शिक्षा विभाग द्वारा ‘शिक्षा के बढ़ते कदम’ कार्यक्रम की पहल सराहनीय है। कार्य पुस्तिकाओं को लेकर बच्चों में उत्साह अनुभूत किया गया है। इनके समुचित प्रयोग से निश्चित रूप से बच्चों के स्तर में प्रगति देखने को मिलेगी। साथ कोरोनाकाल में पढ़ाई के नुकसान की भरवाई भी हो सकेगी।
डॉ. दिलीप कुमार पारीकप्रदेश कोषाध्यक्ष, राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (प्रधानाचार्य)