देखा अभाव तब मिली प्रेरणा
पत्रिका से बात करते हुए लक्ष्मीनारायण बांगड़ ने बताया कि वर्ष 2007 में वो सालासर बालाजी मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। प्रकाशनारायण बांगड़, शांतिदेवी बांगड़, लक्ष्मीनारायण व वेंकटेस बांगड़ सभी वाहन में सवार थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि लोगों को पदयात्रा के दौरान शारीरिक परेशानी सहित अन्य प्रकार से समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिसके बाद बांगड़ परिवार ने निर्णय किया कि चाहे कितना ही खर्च हो जाए प्रति वर्ष श्रद्धालुओं के लिए नि: शुल्क व्यवस्था करेंगे।
21 सितंबर तक जारी
इसके बाद बांगड़ परिवार किशनगढ़ की ओर से पिछले 10 वर्ष से श्रद्धालुओं के लिए सभी जरूरी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है। इस बार 11वें आयोजन का शुभारंभ 13 सितम्बर से ब्रदी विशाल बांगड़ प्रवेश द्वार पर किया गया जो कि 21 सितम्बर तक जारी रहेगा। इस दौरान भजन संध्या सहित अन्य धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते है। शनिवार की रात को संगीतमय सुंदरकाण्ड पाठ का आयोजन किया गया। अब 18 सितम्बर मंगलवार को सालासर बालाजी पूजारी परिवार द्वारा विशाल भजन संध्या का आयोजन होगा। इस मौके पर मनोहर पुजारी व पवन पुजारी सहित भजन गायक कलाकार भजन प्रस्तुति देंगे।
भंडारे के अलावा विशेष सुविधा भी
बांगड़ परिवार की ओर से श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे सुविधा वाला भंडारा तो चलाया ही जा रहा है। साथ ही पदयात्रियों के शरीर को आराम मिले इसके लिए अन्य जरूरी सुविधाएं भी संचालित की जा रही है। बांगड़ परिवार की ओर से श्रद्धालुओं के लिए मसाज (फीजियोंथेरेपी), मेडिकल की सुविधा तो दी ही जा रही है। साथ ही वाईफाई जोन की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध है। 21 सितम्बर को आयोजक सालासर पैदल यात्रा के लिए रवाना हो जाते हैं।