आत्महत्या करने से पहले सुरेन्द्र ने सोशल मीडिया फेसबुक पर सुसाइड नोट डाला और इसके बाद छोटी खाटू के पास ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड नोट में कुछ लोगों पर उसे परेशान करने एवं मारने की साजिश का भी आरोप लगाया है। सुसाइड नोट में मृतक सुरेंद्र सांगवा ने जायल के एक जनप्रतिनिधि सहित करीब आधा दर्जन लोगों के नाम भी लिखे हैं। साथ ही यह लिखा है कि वह खुद ही जा रहा है। वहीं सुसाइड नोट के अंत में मृतक ने “हनुमान बेनीवाल जिंदाबाद” लिखा है। मृतक हनुमान बेनीवाल का समर्थक था और विधानसभा चुनाव में सोशियल मीडिया पर बेनीवाल के समर्थन में प्रचार करता था। जिन लोगों पर मृतक ने आरोप लगाया है, वे ज्यादातार एक ही परिवार के हैं और रिश्तेदार हैं।
आत्महत्या की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तथा ट्रेन की टक्कर से टूकड़ों में बिखरी बॉडी को लेकर जायल अस्पताल की मोर्चरी पहुंचे तथा परिजनों की उपस्थिति में पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू करवाई।