सूत्रों के अनुसार लंबी कवायद के बाद नागौर जिला अध्यक्ष पद पर चल रही उहापोह खत्म हो गई। इस पद को लेकर पार्टी के बड़े नेता कई दिनों से मंथन में लगे थे। उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी (Nawa MLA Mahendra Chaudhry) के निवास पर भी कुछ दिन पहले हुई जिले के कांग्रेसी विधायकों की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा (Govind Dotasra) को अपनी राय से अवगत कराया था। इसमें सबने जाकिर हुसैन गैसावत को फिर से अध्यक्ष बनाने की इच्छा जताई थी। उनका मानना था कि संगठन को बेहतर ढंग से चलाने के लिए गैसावत को ये जिम्मेदारी दिया जाना ठीक है।
बैठक में जायल विधायक मंजू मेघवाल, डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा, चेतन डूडी समेत जिले के सभी पार्टी विधायक थे। इस संबंध में विधायकों की ओर से हाईकमान तक को पत्र में अपनी इच्छा बताई थी। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा के साथ प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Ajay Makan) ने इस पर स्वीकृति जारी कर दी थी। इसके बाद बुधवार को आल इण्डिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपालन ने इस संबंध में आदेश जारी किए। पूर्व में विधायक रहे गैसावत के एक बारगी अध्यक्ष बनने पर मुश्किल इसलिए आ पड़ी थी कि उनके किसी दूसरे पद की इच्छा की चर्चा ने जोर पकड़ लिया था। वोटों के समीकरण के साथ संगठन में सक्रियता को इसका आधार माना गया है। हालांकि इस पद के लिए नागौर जिले के कई दावेदारों ने समीकरण बैठाए तो जरूर, लेकिन दाल गली नहीं। मकराना (Makrana) के पूर्व विधायक गैसावत के साथ युवा कांगे्रस अध्यक्ष हनुमान बांगड़ा का नाम भी पैनल में था।
महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिलेगा, कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करेंगे
जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक गैसावत ने कहा कि संगठन में महिलाओं को प्रतिनिधित्व देना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। पार्टी के भीतर उनको लेकर किसी के मन में कोई शंका नहीं है। सबका सहयोग-प्रेम ही उन्हें इस पद पर फिर लाया है। पत्रिका से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि शादी की तीसवीं वर्षगांठ पर उन्हें संगठन ने लगातार तीसरी बार यह मौका दिया है, वे पार्टी के लिए जी जान से मेहनत करेंगे। आगामी चुनाव में कांग्रेस फिर जीते, किसानों के साथ आमजन की महंगाई समेत अन्य समस्याओं के लिए वे मजबूती से काम करेंगे। किसी दूसरे पद की इच्छा संबंधी एक सवाल पर गैसावत ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसा पद नहीं मांगा। आलाकमान जो काम सौंपेगा वो पूरा करेंगे। सरकार बनने के बाद विधायकों की कार्यकर्ताओं से बढ़ती दूरी पर गैसावत बोले, कार्यकर्ताओं को पूरा सम्मान मिलेगा, अगर कोई विधायक किसी कार्यकर्ता का फोन नहीं उठाता तो ये गलत है। इस संबंध में विधायकों से भी बातचीत की जाएगी। जिले के सभी कार्यकर्ता-पदाधिकारी व अन्य का पार्टी पूरा ध्यान रखेगी।
जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक गैसावत ने कहा कि संगठन में महिलाओं को प्रतिनिधित्व देना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। पार्टी के भीतर उनको लेकर किसी के मन में कोई शंका नहीं है। सबका सहयोग-प्रेम ही उन्हें इस पद पर फिर लाया है। पत्रिका से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि शादी की तीसवीं वर्षगांठ पर उन्हें संगठन ने लगातार तीसरी बार यह मौका दिया है, वे पार्टी के लिए जी जान से मेहनत करेंगे। आगामी चुनाव में कांग्रेस फिर जीते, किसानों के साथ आमजन की महंगाई समेत अन्य समस्याओं के लिए वे मजबूती से काम करेंगे। किसी दूसरे पद की इच्छा संबंधी एक सवाल पर गैसावत ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसा पद नहीं मांगा। आलाकमान जो काम सौंपेगा वो पूरा करेंगे। सरकार बनने के बाद विधायकों की कार्यकर्ताओं से बढ़ती दूरी पर गैसावत बोले, कार्यकर्ताओं को पूरा सम्मान मिलेगा, अगर कोई विधायक किसी कार्यकर्ता का फोन नहीं उठाता तो ये गलत है। इस संबंध में विधायकों से भी बातचीत की जाएगी। जिले के सभी कार्यकर्ता-पदाधिकारी व अन्य का पार्टी पूरा ध्यान रखेगी।