गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्कूल सलाहकार समिति तथा मिड डे मील की बैठक को संबोधित करते हुए कलक्टर गौतम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि सबसे पहले वे खुद यूनिफॉर्म में आना शुरू करें, ताकि शिक्षक भी उनसे प्रेरणा ले सकें। इस पर बैठक में उपस्थित सभी शिक्षाधिकारियों ने कलक्टर को आश्वस्त करते हुए कहा कि वे बदलाव के दस बिन्दुओं को अपनाएंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। गौरतलब है कि जिले में राजस्थान पत्रिका एवं जिला प्रशासन की ओर से ‘हर स्कूल मॉडल स्कूल’ अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के ड्रेस कोड सहित शिक्षा में सुधार के लिए बदलाव के दस बिन्दु तय किए गए हैं।
दूध व भोजन की गुणवत्ता जांचे
कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने नियमित भ्रमण के दौरान स्कूलों में बनने वाले भोजन की गुणवत्ता जांचें। साथ ही स्कूल में जो दूध बच्चों को पिलाया जाता है, उसकी जांच लैक्टोमीटर के माध्यम से करें। लैक्टोमीटर से हुई जांच का इंद्राज रजिस्टर में प्रतिदिन किया जाए, ताकि अगर दूध में किसी तरह की कमी आदि की शिकायत हो तो संधारित रजिस्टर के माध्यम से उसका सत्यापन हो सके कि दूध में सभी पोषक तत्व थे या नहीं।
बॉयोमैट्रिक से हो शिक्षकों की उपस्थिति
कलक्टर गौतम ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित कर लें कि जिले में किसी स्कूल का भवन जर्जर अवस्था में तो नहीं है। यदि कोई भवन गिरने की स्थिति में हो तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाएं, ताकि मरम्मत का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जा सके। भवन की मरम्मत होने तक बच्चों को अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति बायोमैट्रिक मशीन के माध्यम से करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी तथा समस्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक अगस्त से सभी विद्यालयों में बायोमैट्रिक मशीन लग जाए, यह सुनिश्चित किया जाए।
कलक्टर गौतम ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित कर लें कि जिले में किसी स्कूल का भवन जर्जर अवस्था में तो नहीं है। यदि कोई भवन गिरने की स्थिति में हो तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाएं, ताकि मरम्मत का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जा सके। भवन की मरम्मत होने तक बच्चों को अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति बायोमैट्रिक मशीन के माध्यम से करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी तथा समस्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक अगस्त से सभी विद्यालयों में बायोमैट्रिक मशीन लग जाए, यह सुनिश्चित किया जाए।
जरूरतमंद छात्रों को मिलेगा गणवेश
जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले की सभी स्कूलों में ऐसे गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों को चिह्नित किया जाए, जिनके परिजन अपने बच्चों को स्कूल गणवेश उपलब्ध करवाने में असमर्थ हैं। ऐसे बच्चों की सूची मिलते ही प्रथम चरण में 5000 बच्चों को दो स्कूल ड्रेस तथा जूते उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर जरूरतमंद बच्चों की संख्या 5000 से अधिक हुई तो शेष बच्चों को भी गणवेश उपलब्ध करवाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें पहुंच जाए तथा सभी बच्चों को वितरित हो जाए, यह सुनिश्चित कर लें। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, जिला शिक्षा अधिकारी रजिया सुल्तान सहित जिले के सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले की सभी स्कूलों में ऐसे गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों को चिह्नित किया जाए, जिनके परिजन अपने बच्चों को स्कूल गणवेश उपलब्ध करवाने में असमर्थ हैं। ऐसे बच्चों की सूची मिलते ही प्रथम चरण में 5000 बच्चों को दो स्कूल ड्रेस तथा जूते उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर जरूरतमंद बच्चों की संख्या 5000 से अधिक हुई तो शेष बच्चों को भी गणवेश उपलब्ध करवाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें पहुंच जाए तथा सभी बच्चों को वितरित हो जाए, यह सुनिश्चित कर लें। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, जिला शिक्षा अधिकारी रजिया सुल्तान सहित जिले के सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।