तीन को रायल्टी की रसीद देखकर छोड़ा
नागदा•Nov 15, 2018 / 01:18 am•
Lalit Saxena
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नागदा. शहर में अवैध रेत का परिवहन कर रहे टै्रक्टर चालकों पर तहसीलदार की अगुवाई में बुधवार को कार्रवाई की गई। कार्रवाई देख चालकों ने भागने का प्रयास किया। इस दौरान तहसीलदार सुनील करवरे ने 10 टै्रक्टरों को जब्त किया। जिसमें तीन चालकों द्वारा रायल्टी की रसीद दिखाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया। दूसरी ओर जब्त टैक्टरों के मालिकों का तर्क है कि प्रशासन द्वारा गलत तरीके से जब्त ट्रैक्टरों को छोड़ा गया है। हकीकत यह है, कि बीते तीन दिनों से खनिज विभाग द्वारा किसी प्रकार की रायल्टी रसीद नहीं बनाई गई। तो प्रशासनिक अफसरों ने कौन सी रसीद देखकर जब्त टैक्टरों को छोड़ा।
दरअसल तहसीलदार सुनील करवरे द्वारा कोटा फाटक स्थित पशु हाट में अवैध तरीकों से खड़े रेत से भरी टैक्टर ट्रॉलियों पर चालानी कार्रवाई की गई। पशु हाट में करीब 11 ट्रैक्टर अवैध रेत के खड़े हुए थे, जिसमें से तहसीलदार ने सात ट्रेक्टर को जब्त किया। सभी टैक्टर को पुलिस अभिरक्षा में सौंपा। कार्रवाई के दौरान पटवारी अनिल शर्मा आदि मौजूद थे।
अवैध रेत परिवहन के मामले में 10 ट्रैक्टर जब्त किए गए, जिसमें 3 ने रायल्टी रसीद दिखाई। सात ट्रैक्टर को जब्त कर पुलिस को सौंपा है। प्रकरण बनाकर एसडीएम न्यायालय में पेश किया जाएगा।
सुनील करवरे, तहसीलदार नागदा
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पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की मृत्यु पर मुंडन कराकर 2500 लोगों को भोज देने वाला कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल
कहा- भारतीय जनता पार्टी अब व्यक्ति विशेष की पार्टी रह गई है
बडनगऱ. भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी की चार माह पूर्व 16 अगस्त को मृत्यु हो गई थी। उनकी मृत्यु की खबर से तहसील के एक गांव में रहने वाले पार्टी कार्यकर्ता को इतनी ठेस लगी की उसने शोक रख मुंडन कराया और तेरहवें पर पगड़ी की रस्म अदा करते हुए गांव के करीब 2500 लोगों को भोज कार्यक्रम रखा। एक ऐसा कार्यकर्ता जो पार्टी को अपनी मां मानता था लेकिन वर्तमान समय में पार्टी के बदले परिदृश्य व रीती-नीति के कारण चुनाव के समय वह कांग्रेस में शामिल हो गया।
हम बात कर रहे तहसील के ग्राम खरसौदकला में रहने वाले 57 वर्षीय गोरधनलाल चावड़ा की। चावड़ा ने पत्रिका को बताया कि मैं सन 1977 से भाजपा का कार्यकर्ता व सदस्य था। भाजपा अब वह पार्टी नहीं रही जो पहले थी अब यह व्यक्ति विशेष को बढ़ावा देने वाली पार्टी हो गई है। इसमें अब पार्टी से बढ़कर आदमी हो गया है। पार्टी में जिसके पास पैसा है, उसका काम होगा और जिसके पास पैसा नहीं या जो देना नहीं चाहता उसका काम नहीं होगा।
मेरे पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी और स्व. कुशाभाऊ ठाकरे से संबंध रहे है लेकिन अब यह सब संबंध में तोड़ चूका हूं। मेरी पार्टी में इतनी आस्था रही है कि अटलजी की मृत्यु पर मैंने मुंडन कराया और पगड़ी रख करीब
2500 लोगों को भोजन कराया था। चावड़ा ने बताया कि पार्टी
छोडऩे का तत्कालीन कारण भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव में पहले जितेन्द्र पंड्या को अपना प्रत्याशी बनाना। पंड्या द्वारा नामांकन दाखिल करने के बाद ऐन वक्त पर उनके स्थान पर संजय शर्मा को प्रत्याशी बनाना।