नागदाPublished: Jan 02, 2018 08:58:01 am
Gopal Bajpai
शहर के जलस्त्रोत इन दिनों देखरेख के अभाव में दम तोड़ रहे हैं।
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नागदा. शहर के जलस्त्रोत इन दिनों देखरेख के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। दरअसल दयानंद कॉलोनी स्थित सार्वजनिक कुआं देखरेख के अभाव में दम तोड़ रहा है। तो दूसरी ओर कुएं पर जिम्मेदारों द्वारा किसी प्रकार के कोई सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए। रहवासियों के अनुसार ५० साल पुराने कुएं के हालात पहले ऐसे नहीं थे। देखरेख के अभाव में कुआं जर्जर और दुर्घटना को न्यौता देने की ओर अग्रसर है। रहवासियों का तर्क है, कि बीते एक वर्ष के अधिक समय से कुएं की सफाई नहीं हो सकी। कुएं में आए दिन श्वान गिरकर मर जाते है। इससे क्षेत्र में बदबू के साथ ही बीमारियों का अंदेशा बना रहता है।
क्या है परेशानी : शहर की पॉश कॉलोनियों की श्रेणी में आने वाले दयानंद कॉलोनी में देखरेख के अभाव में जलस्त्रोत दम तोड़ रहे हैं। ५० फीट गहरे कुएं में गदंगी पसरी होने से पेयजल दूषित हो रहा है। गर्मियों के दिनों में कुएं का पानी पीने के लिए उपयोग किया जाता था, लेकिन समय-समय पर सफाई नहीं होने से कुएं का पानी उपयोगहीन हो गया।
&कुएं को मैं बचपन से देख रहा हूं। करीब ५ साल पूर्व ही कुएं का पानी उपयोगहीन हुआ। नपा समय-समय पर सफाई कार्य करवाएं तो यह स्थिति नहीं होती।
जितेंद्र हाडा
&आए दिन कुएं में गिरते है आवारा श्वान। जिससे बदबू तो फैलती है, साथ ही छोटे बच्चों में बीमारियों का भय बना रहता है। को कई बार शिकायत की गई, लेकिन निराकरण नहीं हो सका।
कैलाशचंद्र जायसवाल
&नपा यदि सफाई नहीं करवा सकती तो कुएं को डिसमेंटल कर दें। जिससे क्षेत्र में दुर्घटना होने का भय कम होगा। साथ ही क्षेत्र के आस-पास के अन्य कुओं का जलस्तर भी बढेगा।
किशोर ज्ञानी
&कुआं पुराना हो चुका है। क्षेत्र में जलावर्धन योजना के अंतर्गत नल कनेक्शन दे रहे हैं। रहवासी मुझसे आकर मिले परेशानी का निराकरण किया जाएगा।
भविष्य कुमार खोब्रागढ़े, सीएमओ, नागदा