scriptडीजे के शोर में गुम ना हो जाए बच्चों का भविष्य | Children's future is not lost in DJ noise | Patrika News

डीजे के शोर में गुम ना हो जाए बच्चों का भविष्य

locationनागदाPublished: Feb 11, 2018 12:41:13 am

Submitted by:

Lalit Saxena

एक ओर बच्चों की बोर्ड परीक्षा तो दूसरी ओर बज रहे डीजे, कानों के साथ दिमाग को भी कर रहा प्रभावित

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नागदा. शहर के हजारों बोर्ड परीक्षार्थी इन दिनों दसवीं, बारहवीं की परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं। उधर, शहर के लगभग सभी हिस्सों में डीजे, लाउड स्पीकर का शोर सुबह से रात तक ध्वनि प्रदूषण का कहर ढा रहा है। शोर से परेशान तो हर तबका है, लेकिन छात्र-छात्राओं की परीक्षा की तैयारी चौपट हो रही है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की १० वीं एवं १२ वीं बोर्ड की परीक्षाएं मार्च में शुरू होंगी, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने शोर से राहत दिलाने के लिए कोई पहल नहीं की है।
२५ बैंड पार्टी हैं शहर में
शहर में करीब २० से २५ बैंड पार्टी है। वहीं ६० से ४० लाइट एंड साउंड से जुड़े लोगों का कारोबार है। शादी-विवाह का सीजन होने के कारण फरवरी पूरी तरह बुक है।
शादी-विवाह में लगने वाले डीजे साउंड से हाईकोर्ट की ओर से दो साउंड बॉक्स लगाने की अनुमति है, लेकिन पार्टियां आठ-आठ साउंड बॉक्स लगाकर निकलती है। हाईकोर्ट यह निर्देश ध्वनि प्रदूषण को देखते हुए जारी किए थे। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को निगरानी के निर्देश दिए थे। जानकारों का कहना है कि बारात में लगने वाले डीजे की आवाज १०० से १५० डेसीबल तक होती है। यह आवाज इतनी तेज होती है कि आधा किमी तक सुनाई देती है।
बोर्ड परीक्षार्थियों
पर नजर
१२वीं व दसवीं की बोर्ड परीक्षा मार्च के पहले सप्ताह से शुरू हो रही है। इसके लिए शिक्षा विभाग की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। २० से २५ फरवरी के बीच केंद्रों से सामग्री बांटी जाएगी। साथ ही अध्यक्षों का परीक्षण होगा। नागदा में ०४ केंद्रों पर परीक्षा होगी जिसमें करीब ३००० परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। इनमें से ४ संवेदनशील और प्राइवेट परीक्षार्थियों के लिए बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर पुलिस बल तैनात करने के साथ ही नकल न हो इसके लिए विशेष नजर रखी जाएगी। बोर्ड परीक्षाओं को लेकर शिक्षा विभाग ने परीक्षार्थियों को बैठाने के लिए फर्नीचर समेत अन्य व्यवस्थाएं जुटाई हैं। जिला शिक्षा अधिकारी संजय गोयल के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं को लेकर व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई है। २० से २५ फरवरी तक केंद्राध्यक्षों को सामग्री बांटने के साथ ट्रेनिंग भी दी जाएगी। जिन केंद्रों पर टेबल-कुर्सी नहीं है, वहां व्यवस्था करवाई जाएगी। बोर्ड परीक्षा में लगे शिक्षकों की छुट्टी पर रोक लगा दी गई है। परीक्षा में ५०० से अधिक शिक्षकों की ड्यूटी लगाया जाना सुनिश्चित किया गया है।

रात १० बजे बाद बंद हो डीजे
वैवाहिक व मांगलिक कार्यों में अक्सर देखने में आता है, कि देर रात आयोजन कर ध्वनि प्रदूषण फैलाया जाता है। इससे पर्यावरण के साथ मनुष्यों के ध्वनि यंत्रों पर भी प्रभाव पड़ता है। आगामी माह से बोर्ड परीक्षार्थियों की परीक्षा शुरु होने वाली उच्च अंक लाने के उद्देश्य से विद्यार्थी रात के समय पढ़ाई करते हैं। ऐसे में डीजे का शोर गुल परीक्षार्थियों की पढ़ाई में खलल डाल सकती है। आदेश मांगलिक परिसर, मैरिज गार्डन एवं धर्मशालाओं पर लागू रहेंगे। एसडीएम श्रीवास्तव ने बताया कि रात्रि दस बजे बाद सार्वजनिक स्थान, धर्मशाला, मैरिज गार्डन या मांगलिक परिसर में डीजे का उपयोग किए जाने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें।
एक्सपर्ट कमेंट
&लगातार ध्वनि प्रदूषण के संपर्क में रहने से सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है। बच्चों के कान के पर्दे खराब हो सकती हैं, पढ़ाई के दौरान ध्यान भंग होता है। बैंड पार्टियों, डीजे में मानक डेसीबल ये अधिक आवाजों पर ध्वनि प्रदूषण देखा जाता है।
डॉ. संजीव कुमरावत, बीएमओ
निर्धारित आवाज में बजाएं साउंड
&परीक्षा के मद्देनजर आम नागरिकों से अनुरोध है कि मांगलिक, धार्मिक व अन्य आयोजन में साउंड सिस्टम निर्धारित आवाज में उपयोग करे, ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई में असुविधा नहीं हो।
डॉ. रजनीश श्रीवास्तव, एसडीएम नागदा

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