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तेज हवा चलने से गिर रही खेतों में खड़ी फसल

locationनागदाPublished: Feb 12, 2018 11:48:56 pm

Submitted by:

Lalit Saxena

बारिश हुई तो पककर तैयार फसलों को तेज हवा से पहुंचेगी क्षति

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Cropped crop

नागदा. ११० दिनों से सिंच रहे फसलों पर प्रतिकूल मौसम ने पानी फेर दिया है। बुरी खबर यह है, कि नागदा-खाचरौद विकासखंड में यदि आगामी दिनों में भी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई तो खेतों में खड़ी फसलें खराब हो जाएगी। सीनियर डेवलपमेंट एग्रीकल्चर ऑफिसर केएस मालवीय की माने तो पूरे विकासखंड में बुवाई के लक्ष्य से बढ़कर उत्पादन हुआ है। हाल ही में हुए सर्वे में रबी फसलों में अच्छी ग्रोथ पाई गई हैं।
परेशानी यह है, कि यदि बारिश हुई तो पककर तैयार फसलों को बारिश और तेज हवा से क्षति पहुंचेगी। इतना ही नहीं उपज की चमक भी कम हो जाएगी। चमक कम होने से किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिल सकेगा। बता दें, कि बीते ५ जनवरी के करीब घना कोहरा व पाला की स्थिति निर्मित हुई थी। जिससे किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें आ गई थी, लेकिन बाद में मौसम अनुकूल होने से उक्त लकीरें भी हट गई। बीते ५ जनवरी के बाद ११ फरवरी को दोबारा प्राकृतिक आपदा की स्थिति निर्मिंत हुई है।
पाले से बची फसलें
नागदा-खाचरौद विकासखंड में जनवरी के शुरुआती दिनों में शीत लहर के चलते फसलों पर बर्फ की परत देखी गई। किसानों के सामने परेशानी रबी फसलों को बर्फीली हवाओं और बर्फ की परत से बचाने की उत्पन्न हो गई थी। विभागीय सर्वे के बाद कृषि विभाग के अफसरों ने किसानों को लाइट इरिगेशन करने की सलाह दी है। इसके लिए किसान सुबह ३ या ४ बजे फसलों की मेढ़ पर धुआं कर बर्फ के जमने की प्रक्रिया को रोक कर फसलों को बचाया। वहीं कई किसानों ने कम तापमान से प्रभावित हुई फसलों पर घुलनशील बोरान करीब १.५० ग्राम प्रतिलीटर के माने से फसलों पर छिड़काव कर, करीब ३ ग्राम घुलनशील सल्फर का छिड़काव कर फसलों को जीवत रखा।
विकासखंड में शुरू हुई कटाई
डालर चने व अन्य रबी फसलों की कटाई दो दिन पूर्व से ही शुरु हुई है। कृषि विभाग के अफसरों ने किसानों को हिदायद दी है, कि वे चार दिन मौसम के अनुकूल होने के बाद से ही फसलों की कटाई शुरू करें। कारण दो दिनों से क्षेत्र में वातावरण असामान्य होने के साथ ही बारिश के आसर बना रहा है। जीवाजी वेधशाला मौसम अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त के अनुसार मौसम का पूर्वानुमान भोपाल केंद्र से लगाया जा रहा है, लेकिन बारिश के आसार बन रहे हैं। हवाओं का रुख उत्तर की ओर होने से दिन व रात के तापमान में २ डिग्री तक का अंतर देखा जा रहा है। आगामी १४ फरवरी तक बादलों के छाए रहने के साथ बारिश हो सकती है।
&मौसम के प्रतिकूल होने के चलते खेतों में खड़ी फसलों को किसान दो एक दिन रुककर ही काटे। हाल ही में हुए सर्वे में रबी फसलों में अच्छी ग्रोथ पाई गई हैं। कारण मौसम का समय पर अनुकूल होना है। बता दें, कि बीते ५ जनवरी के करीब घना कोहरा व पाला की स्थिति निर्मित हुई थी। जिसके बाद एक बार फिर ११ फरवरी को मौसम परिवर्तन हुआ।
केएस मालवीय, सीनियर डेवलपमेंट एग्रीकल्चर ऑफिसर

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