नागदाPublished: Nov 05, 2018 12:19:56 am
Lalit Saxena
आज से पांच दिनी दीपोत्सव शुरू हो रहा है। ऐसे में बाजार में त्योहारी रौनक रहेगी, लेकिन नगर में विचरण करते आवारा मवेशी त्योहार की रंगत फीकी कर सकते हैं।
आज से पांच दिनी दीपोत्सव शुरू हो रहा है। ऐसे में बाजार में त्योहारी रौनक रहेगी, लेकिन नगर में विचरण करते आवारा मवेशी त्योहार की रंगत फीकी कर सकते हैं।
बडऩगर. आज से पांच दिनी दीपोत्सव शुरू हो रहा है। ऐसे में बाजार में त्योहारी रौनक रहेगी, लेकिन नगर में विचरण करते आवारा मवेशी त्योहार की रंगत फीकी कर सकते हैं। नगर में सड़क पर बैठकर छोटा व्यापार करने वालों का सामान फैलाकर मवेशी का नुकसान भी कर रहे हैं।
त्योहार के कारण बाजारों में अत्यधिक भीड़ होने के कारण मवेशी महिलाओं, वृद्धों एवं बच्चों को शिकार भी बना सकते हैं। नगर में मवेशियों के हमले से पूर्व में दो वृद्धों की मौते भी हो चुकी है, उसके बाद भी शासन-प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है।
सोमवार को धनतेरस का पर्व है। इसी कारण बाजार सज गए हैं। त्योहार को लेकर रविवार को भी बाजार खुले रहे और ग्रामीण किराना, मिठाई, कपड़े, बर्तन, सोना-चांदी आदि सामान खरीदते नजर आए। ऐसे में नगर के सबसे प्रमुख बाजारों में आवारा मवेशी पसरे रहे। पर्व को लेकर सड़क पर बैठकर धानी, फल, फूल बेचने वालों का सामान मवेशी फैला रहे हैं।
दो वृद्धों की हो चुकी है मौत
पहला हादसा पांच वर्ष पूर्व दीपावली के समय 24 नवंबर 2013 को नटराज टॉकीज के सामने 65 वर्षीय शंकरलाल सोनी को सांड ने मार दिया था। उनकी इलाज के लिए उज्जैन ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी। दूसरा हादसा 14 माह पूर्व नगर के डाबरी चौक में डोल ग्यारस के पर्व में निकल रहे अखाड़े में एक सांड ने 75 वर्षीय वृद्ध चंपालाल कुमावत पर हमला कर दिया। इससे वह गंभीर घायल हो गया था। वृद्ध की इलाज के दौरान मौत हो गई। वृद्ध की मौत से गुस्साए परिजनों व नगर पालिका परिसर में भी पहुंचे थे।
पहले पकड़े थे मवेशी
एक सप्ताह पहले २५ आवारा मवेशी पकड़े थे, लेकिन कुछ जनप्रतिनिधियों के दबाव के कारण उन्हें छोडऩा पड़ा, लेकिन संबंधित पशु मालिक से शपथ-पत्र लिया था कि अगली बार वे पशु रोड पर नहीं छोड़ेंगे। अगर उन्होंने छोड़ दिए हैं तो सोमवार से फिर कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी और इस बार पशुओं को छोड़ा नहीं जाएगा।
पल्लवी पाल, प्रभारी सीएमओ, नगरपालिका बडऩगर