नागदाPublished: Apr 22, 2019 08:38:53 pm
Gopal Bajpai
एसडीएम ने पीएचइ व नगर पालिका को जारी किए नोटिस
नहीं हुआ निर्देशों का पालन, आदेशों की उड़ी धज्ज्यिां
नागदा। जलसंकट की आहट को देखते हुए एसडीएम आरपी वर्मा ने बीते दिनों एक बैठक आहुत की थी। बैठक का उद्देश्य जलसंकट से निपटने के लिए प्रशासनिक अफसरों को दिशा निर्देश था। लेकिन बैठक में उपस्थित विभागों के अफसरों ने अपने कार्य से पल्ला झाड़ते हुए कार्य में दिलचस्पी नहीं दिखाई। मामले से आहत एसडीएम वर्मा ने नगर पालिका व पीएचइ को नोटिस जारी किया है। जिसमें उल्लेख है, कि दोनों विभागों ने अपने कार्य को गंभीरता से नहीं लेते हुए चंबल के जल व जल दोहन करने वालों पर कार्रवाई के रिकार्ड प्रस्तुत नहीं किए है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल बीते दिनों जलसंकट को लेकर एसडीएम की अगुवाई में एक बैठक का आहुत की गई थी। बैठक में एसडीएम ने कहा निर्देश दिए थे कि, नगरपालिका पानी के अपव्यय करने वालो के खिलाफ सख्ती से पेश आए। इसके लिए एक टीम का गठन करें और ऐसे लोगों पर कार्रवाई करे जो पानी का दोहन कर रहे हैं। कार्रवाई स्वरूप पहली बार पकड़े जाने पर 250 रुपए जुर्माना दूसरी बार पकड़े जाने पर उसके घर का नलकनेक्शन विच्छेद करने की कार्रवाई के निर्देश लागू हैं। इतना ही नहीं बिना कैपिंग वाले नलों में कैपिंग किए जाने के निर्देश भी प्रभावी है। नगर पालिका की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई के कोई रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किए गए है। जिसको लेकर वर्मा ने नोटिस जारी कर जवाब प्रस्तुत करने की बात कही है।
रेत धोने पर जल परिरक्षण अधिनियम लागू
पानी की चोरी और रेत धोने वालों के खिलाफ जलपरिरक्षण अधिनियम लागू है। एसडीएम वर्मा के सख्त निर्देश है, कि रेत धोने वालों पर जुर्माने की कार्रवाई के साथ जलपरिरक्षण की धारा 3 के अतंर्गत कार्रवाई के भी निर्देश सबंधित अधिकारियों को दिए है। इतना ही नहीं रेत धुलाई करते अगर कोई पकड़ा गया तो उसके खिलाफ खनिज अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना-
नगर पालिका को पेयजल बचाने की दिशा में कार्य करते हुए जलदोहन करने वालों पर २५० रुपए जुर्माना व रसूखदारों द्वारा के नलों के कनेक्शन विच्छेद करने की कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। साथ ही पीएचइ को चंबल नदी के पानी का प्रतिदिन का रिकार्ड अपडेट करने के निर्देश दिए गए थे। इस संबंध में दोनों को नोटिस भेजा गया है।
आरपी वर्मा
एसडीएम नागदा