दो घंटे रहा चक्काजाम
घटना के दौरान मार्ग पर 2 घंटे तक जाम लगा रहा। ग्रामीणों ने राजेंद्रसिंह शेखावत, सोहनसिंह, चंदनसिंह राजपूत, नौकर वीरेंद्र विश्वकर्मा, धर्मेंद्र गरवाल, ड्रायवर विनोदसिंह राजपूत पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
क्या है मामला
घिनौदा मार्ग स्थित बिरियाखेड़ी में 15 परिवारों की दलित बस्ती है। समीप ही एक ढाबा संचालित होता है। ग्रामीणों के अनुसार ढाबा संचालक उन्हें रहवासी क्षेत्र छोड़कर जाने के लिए परेशान करता है। आए दिन असामाजिक तत्वों को भेजकर उन्हें क्षेत्र छोड़कर जाने के लिए मजबूर करता है। जबकि दूसरी ओर ग्रामीणों का तर्क है, कि वे बस्ती में 30 सालों से निवासरत हैं। ढाबा संचालकों द्वारा बीते 2 वर्षों से बस्ती के लोगों को परेशान किया जा रहा है। मंगलवार रात को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कृष्णाबाई के घर पर हमला कर दरवाजा कुल्हाड़ी से काट दिया। कृष्णा बाई के मुताबिक हमला करने वाले लाल मिर्च पावडर लेकर आए थे। गनीमत रही कि, ग्रामीणों की सूझ बूझ के चलते कोई बड़ी घटना नहीं हुई।
बस्ती में छोड़ दिया जहरीला सांप
असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए हमले में हेमलता नामक महिला को गंभीर चोट आई है। महिला के अनुसार यदि वे रात को दरवाजा खोल देती तो हमला करने वाले युवक उसे जान से मार देते। गांव की कृष्णा बाई बताती हैं, कि बीते जून में ढाबा संचालक द्वारा बस्ती में जहरीला सांप छोड़ दिया गया था। सांप के काटने से कृष्णाबाई की पुत्री किरण की मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना किसी से छिपी नहीं है। अफसरों व पुलिस अधिकारियों को सब पता है, लेकिन निराकरण नहीं हो पाता।
इनका कहना
मंगलवार रात करीब 10 बजे बिरियाखेड़ी के ग्रामीणों ने खाचरौद-जावरा मार्ग पर जाम लगा दिया था। ग्रामीणों का तर्क है, कि समीप स्थित ढाबे का संचालन करने वाले युवकों द्वारा उनके साथ मारपीट की गई।
– अजय वर्मा, टीआई, मंडी थाना
ग्राम बिरियाखेड़ी के ग्रामीणों द्वारा बीती रात को असामाजिक तत्वों द्वारा जबरन घर में घुसकर तोडफ़ोड़ किए जाने की शिकायत की गई है। ग्रामीणों द्वारा बताए गए लोगों पर प्रकरण दर्ज किया गया है। मामले में कार्रवाई की जा रही है।
– केके चौबे, टीआई बिरलाग्राम