नागदाPublished: Oct 13, 2018 01:45:54 am
Lalit Saxena
आचार संहिता के नियमों को लेकर आयोजक हो रहे मायूस
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नागदा. विधानसभा चुनाव को लेकर शहर में आचार संहिता प्रभावी कर दी गई है। पुलिस बल द्वारा शहर में 10 बजे के बाद गरबों की खनक को बंद करवाया जा रहा है। जिसको लेकर आयोजकों में रोष व्याप्त है। आयोजनकर्ताओं का तर्क है, कि इंदौर में देर रात तक गरबे खेलने का क्रम जारी है। 100 किमी की परिधी में दो अलग-अलग प्रकार से आचार संहिता कैसे प्रभावी गई। वहीं देररात तक आयोजन करने की अनुमति के लिए इंदौर हाइकोर्ट में कुछ आयोजनकर्ताओं ने याचिका लगाई थी। जिसमें निर्णय लिया गया, कि संबंधित क्षेत्र का कलेक्टर यदि अनुमति दे तो गरबों का कुछ समय बढ़ाया जा सकता है। शहर के आराधना कपल गरबे का आयोजन करने वाले संचालकों द्वारा उज्जैन कलेक्टर से फोन पर चर्चाकी गई, लेकिन कोई संतोष जनक जवाब नहीं मिल सका।
कानून पर आस्था भारी
भले ही आस्था पर कानून का शिकंजा कसा हो लेकिन मां की आराधना में लीन श्रद्धालुओं की आस्था में कोई रूकावट नहीं आ रही है। गरबा पांडालों में भी कम समय के बावजूद महिलाओं, युवतियों एवं बालिकाओं के द्वारा गरबा नृत्य के माध्यम से मनमोहक प्रस्तुतियां दी जा रही है। जिसे निहारने के लिए बड़ी संख्या में महिला पुरूष गरबा पांडालों में पहुंच रहे है। सपूर्ण अंचल में इस धार्मिक पर्व के दौर में गुजराती गरबों की एक तरह से धूम छाई हुई है। मंडी एवं बिरलाग्राम क्षेत्र में भी भव्य आयोजन हो रहे है। ग्रेसिम खेल परिसर में भी गरबे का आयोजन रात 10 बजे तक चल रहा है। प्रशासन की सख्ती हर तरफ देखने को मिल रही है। चन्द्रशेखर आजाद मार्ग पर जागृति युवा मंच द्वारा आकर्षक देवी प्रतिमा की घट स्थापना की गई हैं।
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गरबा पंडालों में गंूज रही डांडियों की खनक
महिदपुर रोड. नगर में इन नवरात्रि की धूम सुबह से ही चल रही है। माता के दरबार में दर्शनार्थियों का तांता लगा रहता है। शाम ढलते ही गरबा पंडालों में डांडियों की झंकार सुनाई देती है। छोटी-छोटी बालिकाएं अलग-अलग वस्त्रों में सज-धजकर छोटे-छोटे डांडिये लेकर गरबा खेलती दिखाई देती है। प्रतिदिन नियम से 8.30 पर महाआरती का दौर चलता है जो रात्रि में 9.30 तक लगातार चलता रहता है। पोस्ट ऑफिस पर, अंबेडकर नगर, सुदामानगर में कन्याशाला मार्ग, रेलवे कॉलोनी में डांडियों व आरतियों का विशेष महत्व रहता है। आरती में महिलाओं व पुरुषों की अपार भीड़ रहती है। सभी गरबा पंडालों में थाना प्रभारी आरसी कोली के नेतृत्व में पैनी नजर रखकर आचार संहिता का पालन नियमानुसार करवाया जा रहा है।