scriptरेत बेचने वालों के खिलाफ तहसीलदार की कार्रवाई पर उठे सवाल | Question about tahsildar's action against sand sellers | Patrika News

रेत बेचने वालों के खिलाफ तहसीलदार की कार्रवाई पर उठे सवाल

locationनागदाPublished: Nov 17, 2018 12:22:36 am

Submitted by:

Lalit Saxena

तीन दिन पहले 8 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर की थी कार्रवाई पर 72 घंटे के बाद भी 3 ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं पहुंचीं थाने

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नागदा. तहसीलदार सुनील करवरे ने बुधवार शाम को बिना रॉयल्टी रेत बेचने वालो के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इस दौरान तहसीलदार ने राजस्व विभाग की टीम के साथ पुरानी कोटा फाटक स्थित पशु हाट में दबिश देकर यहां खड़े करीब 11 ट्रैक्टर ट्रालियों को पकड़ा था। तहसीलदार के मुताबिक रेत से भरी इन ट्रैक्टर ट्रालियों की रायल्टी का जांच की गई तो मात्र तीन ट्रैक्टर ट्रालियों में भरी रेत की ही रायल्टी कटी हुई थी। शेष 8 टै्रक्टर-ट्रालियों में बिना रायल्टी की रेत पाई जाने पर सभी ट्रैक्टर-ट्रालियों को जब्त कर चालानी की कार्रवाई की गई है। तहसीलदार द्वारा रेत माफियाओं पर की गई कार्रवाई को लेकर अब सवाल उठने लगे है। कारण तहसीलदार करवरे ने बुधवार को 8 ट्रैक्टर-ट्रालियों को जब्त करने की बात कही गई थी। सभी ट्रैक्टर-ट्रालियों को पुलिस को सुपुर्द कर मंडी थाने भेजे गए थे लेकिन पुलिस की माने तो मंडी थाने में मात्र 5 ट्रैक्टर-ट्रालियों की ही सुपुर्दगी में दी गई है, जो अभी भी थाने में ही मौजूद है।
अब सवाल यह उठ रहा है कि जब तहसीलदार ने मौके से बिना रॉयल्टी के आठ रेत की ट्रैक्टर-ट्रालियों को पकड़ा तो थाने पहुंचते-पहुंचते 5 कैसे रह गई? सवाल यह भी है कि कार्रवाई के तीन दिन पहले से ही नागदा-खाचरौद और आलोट क्षेत्र में किसी भी खदान से रेत की रॉयल्टी नहीं कटी है तो फिर जिन तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को तहसीलदार ने छोड़ दिया गया, उनके पास कहां से रायल्टी आई है। यह सवाल वह लोग भी उठा रहे है जिनके ट्रैक्टर-ट्रालियों को प्रशासन ने जब्त की है।
मेरे पास फोटो है तलाश कर करूंगा कार्रवाई
तहसीलदार करवरे का कहना है कि कार्रवाई के दौरान ही एक ट्रैक्टर का चालक वाहन लेकर फरार हो गया था। हालांकि उन्होंने सभी ट्रैक्टर-ट्रालियों के फोटो मोबाइल से खींच रखे है। सभी को वह तलाश करेंगे लेकिन तहसीलदार दो और ट्रैक्टर का हिसाब नहीं दे सकें कि की एक मौके से फरार होने के बाद भी दो और कहां गायब हो गए है। मामले में पत्रिका के हाथ एक गायब हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली का फोटो भी हाथ लगा है, जिसे मौके से जब्ती में लेकर तहसीलदार ने अपने एक कर्मचारी को थाने ले जाने को कहा था लेकिन यह टै्रक्टर 72 घंटे बाद भी थाने नही पहुंचा है।
बुधवार शाम को रेती के पांच ट्रैक्टर-ट्रालियां ही थाने पहुंची थी। तहसीलदार के निर्देश पर सभी वाहनों को पुलिस की निगरानी में थाना परिसर में खड़ा किया गया है।
रवींद्र कुमार, टीआइ, मंडी थाना
उक्त प्रकरण मेरी जानकारी में नहीं है। कितने रेती की ट्रालियां पकड़ी गई कितनी थाने पहुंची है। यह सभी सवालों का स्पष्टीकरण कार्रवाई करने वाले अधिकारी देंगे। मैं चुनाव कार्य में व्यस्त हूं।
आशुतोष गोस्वामी, एसडीएम, नागदा

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